माझे में अकालियों का प्रदर्शन, मजीठिया ने जमकर निकाली भड़ास

punjabkesari.in Tuesday, Jul 07, 2020 - 01:08 PM (IST)

अमृतसर /गुरदासपुर /पठानकोट /तरनतारन (सुमित खन्ना, रमन‌, विनोद): राशन, बीज और शराब घोटाले के साथ-साथ बढ़ रही तेल कीमतों के विरोध में अकाली दल द्वारा पंजाब भर में प्रदर्शन किया जा रहा है। अमृतसर में पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम मजीठिया की तरफ से पार्टी वर्करों सहित धरना दिया गया।

धरने को संबोधित करते हुए मजीठिया ने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस जनता का हक मारेगी वहां-वहां उनकी तरफ से धरना दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्राईवेट स्कूलों की तरफ से फ़ीस लेने के मुद्दे पर बोलते कहा कि पंजाब का भविष्य प्राईवेट स्कूलों में पढ़ रहा है और आने वाले समय में इन्होंने पंजाब की सेवा करनी है लेकिन सरकार को पंजाब के भविष्य की कोई फ़िक्र नहीं उन्हें तो बस प्राईवेट स्कूल की ही फ़िक्र है। जिन मां-बाप की नौकरी चलीं गई या जिनका वेतन आधा हो गया उनके बच्चों की स्कूल की फ़ीसें सरकार द्वारा दी जानी चाहिए, जिससे माता-पिता का बोझ कम हो सके।

मजीठिया ने तेल की बढ़ रही कीमतों के मुद्दे पर बोलते कहा कि जब शिरोमणि अकाली दल की सरकार थी उस समय डीज़ल की पंजाब में कीमत हरियाणा, हिमाचल, चण्डीगढ़ और जम्मू कश्मीर सबकी अपेक्षा कम होती थी लेकिन आज पंजाब और दिल्ली में सबसे अधिक कीमत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और' आप' मिले हुए हैं, जितना हो सके है इनसे बच कर रहो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह हमेशा पंजाब के किसानों के साथ खड़े हैं। हमारा हर किसी के साथ रिश्ता टूट सकता है लेकिन पंजाब के किसानों और मज़दूरों के साथ कभी नहीं। शिरोमणि अकाली दल के होते हुए कभी भी एम.एस.पी. नहीं टूटेगी। यदि कभी केंद्र सरकार ने ऐसी गलती की तो शिरोमणि अकाली दल केंद्र का हिस्सा नहीं होगा। अकाली दल हमेशा किसानों और मज़दूरों के साथ होगा। 


तरनतारन: इसी तरह तरनतारन में भी अकाली दल के नेताओं की तरफ से प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अकाली दल समर्थकों की तरफ से कैप्टन सरकार का पुतला फूंक रोष व्यक्त किया गया। 


गुरदासपुर: गुरदासपुर में भी अकाली दल की तरफ से सरकार के ख़िलाफ़ हल्ला -बोला गया। परन्तु यहां बहुत ही कम संख्या में अकाली नेता धरने में शामिल हुए। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पंजाब में बाकी राज्यों के मुकाबले पेट्रोल और डीज़ल पर वैट सबसे ज़्यादा वसूला जा रहा है, जिस कारण लोगों का सरकार के ख़िलाफ़ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने मांग की कि पेट्रोल और डीज़ल पर लगाई गई वैट की दरों में कटौती की जाए।

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