मुख्यमंत्री पर अकालियों का पलटवार-कैप्टन ने इतिहास की जानकारी सिखों की किताबों से क्यों नहीं ली

punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2020 - 08:58 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा  शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर की आत्मकथा मीन कैम्फ भिजवाने पर शिरोमणि अकाली दल ने पलटवार किया है। शिरोमणि अकाली दल  अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इस बात का जवाब देने से इंकार करके कि क्या वह सी.ए.ए. के तहत सिखों को मिली सुरक्षा का समर्थन करते हैं, एक बार फिर सिखों के बजाय गांधी परिवार का चुनाव करने को पहल दी है। 

उन्होंने कहा कि कैप्टन ने इतिहास की जानकारी हिटलर की जीवनी से लेने के बजाय सिखों द्वारा लिखी उन दर्जनों किताबों से क्यों नहीं ली, जिनमें सरकारी संरक्षण में कांग्रेस द्वारा श्री हरिमंदिर साहिब पर करवाए गए हमले तथा 1984 में दिल्ली में सिखों पर करवाए कत्लेआम के बारे में जानकारी दी गई है। सुखबीर ने कहा कि वह शीघ्र ही प्रख्यात सिख विद्धानों द्वारा लिखी पुस्तकों का बंडल मुख्यमंत्री को भेजेंगे जिनमें कांग्रेस पार्टी तथा गांधी परिवार द्वारा श्री हरिमंदिर साहिब पर हमले तथा दिल्ली समेत देश के बाकी हिस्सों में हजारों निर्दोष सिखों के कत्लेआम की साजिश के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्हें विश्वास है कि यह पुस्तकें कैप्टन अमरेंद्र सिंह की याद को ताजा कर देंगी और कैप्टन दोबारा किसी को बेवकूफों वाली सलाह नहीं देंगे। सुखबीर बादल ने कहा कि पुस्तकों का यह तोहफा कैप्टन अमरेंद्र सिंह का मन भी बदल सकता है।

सर्वदलीय बैठक में शिअद के 3 वरिष्ठ नेता लेंगे हिस्सा 
वीरवार को पानी के मुद्दे पर प्रस्तावित पंजाब सरकार की सर्वदलीय बैठक में शिरोमणि अकाली दल के 3 वरिष्ठ नेता बलविंद्र सिंह भूंदड़, महेशइंद्र सिंह और प्रेम सिंह चंदूमाजरा शामिल होंगे। सरकार ने इस बैठक की कोई विस्तृत सूचना नहीं दी है। महज नदियों और भू-जल संरक्षण का सिंगल लाइन एजैंडा बताया गया है। फिर भी शिअद इस बैठक में अपने स्टैंड पर कायम रहते हुए मांग उठाएगा कि पंजाब के पास एक भी बूंद फालतू पानी नहीं है। पंजाब को रिपेरियन स्टेट के तौर मिलने वाले पानी का पूरा अधिकार मिलना चाहिए। 

बहिबलकलां कांड के गवाह की मौत पर सी.बी.आई. करे जांच
चीमा ने कहा कि कोर कमेटी ने बहिबलकलां मामले में प्रमुख गवाह की मौत पर गंभीर संज्ञान लिया है और इस मामले की सी.बी.आई. जांच करवाने की मांग की है। शिअद के वरिष्ठ नेता जल्द ही पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। चीमा ने कहा कि यह बेहद चिंता की बात है कि जिस गवाह की मौत हुई है, उसकी पत्नी ने पंजाब कांग्रेस के 2 नेताओं पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उसकी पत्नी ने बताया कि किस तरह अधिकारी उसके परिवार को जलील कर रहे थे। ऐसे में इस मौत से कई शंकाएं खड़ी होती है। इस मौत से पहले भी एक गवाह की जेल में मौत हो चुकी है। ऐसे में कोर कमेटी इस मामले की सी.बी.आई. जांच संबंधी ज्ञापन सौंपेगी। 

मुख्यमंत्री की चिट्ठी का जवाब दिया जाएगा: दलजीत चीमा
शिअद प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि बेशक अभी तक शिअद के पास मुख्यमंत्री की कोई किताब या चिट्ठी नहीं आई है लेकिन जब भी चिट्ठी आएगी उसका बाइज्जत जवाब दिया जाएगा। चीमा ने कहा कि ‘महाराजा’ और ‘राजा’ पर कई किताबें छपी हैं, वह भी सबूतों के साथ भिजवा दी जाएंगी। 
दिल्ली में भाजपा के साथ गठबंधन टूटने पर चीमा ने कहा कि इस टूट का पंजाब में शिअद-भाजपा गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। दिल्ली चुनाव संबंधी फैसला शिअद की स्थानीय इकाई ने लिया है। आगे के फैसले भी स्थानीय इकाई ही लेगी। चीमा ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे को लेकर उठाए जा रहे सवालों को भी बेबुनियाद करार दिया। वहीं, शिअद नेता मनजिंद्र सिंह सिरसा ने कहा कि शिअद की दिल्ली इकाई लगातार सिख संस्थाओं के साथ संपर्क में है। 24 जनवरी को एक सामूहिक बैठक भी बुलाई गई है। सिख संस्थाओं का जो भी फीडबैक होगा, उसी आधार पर अगला निर्णय लिया जाएगा। 


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