अकालियों ने 10 वर्षों तक नशा नियंत्रण पर ध्यान दिया होता तो ऐसे हालात न होते : कैप्टन

punjabkesari.in Sunday, Jul 22, 2018 - 12:39 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने राज्य में फैले नशों के लिए पूर्व अकाली सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर 10 वर्षों तक राज्य में कुशासन न रहता व नशा नियंत्रण पर ध्यान दिया गया तो आज पंजाब के लोग नशों के कारण मर न रहे होते परन्तु पूर्व सरकार ने इस ओर कोई कदम ही नहीं उठाया। मुख्यमंत्री ने एक वीडियो जारी कर कहा कि कांग्रेस सरकार को अस्तित्व में आए सवा वर्ष का समय हो चुका है तथा उसने नशों को पूरी तरह से खत्म करने का संकल्प लिया हुआ है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों के मामले में मौजूदा पंजाब सरकार तब तक चुप नहीं बैठेगी जब तक वह नशों को जड़ से उखाड़ नहीं फैंक देती। इसके लिए सरकार ने पिछले एक महीने के दौरान सख्त कदम उठाए हैं जिनमें नशा तस्करों के लिए एक बार सजा होने पर फांसी की सजा का प्रावधान, एन.डी.पी.एस. एक्ट में संशोधन करने का प्रस्ताव पारित करना, निम्र स्तर पर पुलिस व नशा बेचने वालों के बीच सांठगांठ खत्म करना आदि शामिल हैं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार आगे भी और सख्त कदम उठाने जा रही है। 

नशों के मामले में जीरो टोलरैंस की नीति अपनाई जा रही है। डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा को भी इस संबंध में निम्र पुलिस कर्मियों पर नई तबादला नीति लागू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। लंबे समय से एक ही स्थान पर बैठे पुलिसकर्मियों को तबदील किया जा रहा है। सरकार अपनी ओर से हरसंभव कदम उठा रही है। अब समाज को भी अपनी भूमिका के लिए तैयार रहना होगा।  मां-बाप को अपने बच्चों पर नजर रखने की जरूरत है तथा उनका सही ढंग से इलाज करवाने के लिए नशा छुड़ाओ केन्द्रों में बच्चों को लाना चाहिए। 

इससे पहले कि देर हो जाए, बच्चों के अभिभावकों को अपनी जिम्मेदारी संभाल कर भावी पीढ़ी को बचाना है। मौजूदा सरकार द्वारा नशों पर नियंत्रण को लेकर उठाए गए कदमों का पता इस बात से लगता है कि अब नशा छुड़ाओ केन्द्रों में भारी गिनती में लोग अपना इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। सरकारी व प्राइवेट नशा छुड़ाओ स्थानों पर लोगों का भारी रश देखने को मिला है। पुलिस नशा छोडऩे के इच्छुक लोगों को कुछ नहीं कहेगी। 

Des raj