सिखों की सुरक्षा को लेकर अकाल तख्त जत्थेदार की टिप्पणी चिन्तनीय: अमरेन्द्र

punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2020 - 09:40 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर (अश्वनी, धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने अकाल तख्त के कार्यकारी जत्थेदार द्वारा भारत में भी सिखों के सुरक्षित न होने को लेकर की गई टिप्पणी पर चिन्ता जताते हुए श्री अकाल तख्त से कहा कि वह अकालियों पर दबाव डाले ताकि वे केन्द्र में अपनी सहयोगी पार्टी की सरकार से बाहर आ जाए तथा साथ ही अकाली केन्द्र में सत्ताधारी पार्टी से सभी प्रकार के संबंध तोड़ ले, जो देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को यकीनी बनाने में विफल हुई है। 

उन्होंने कहा कि यद्यपि वह अकाल तख्त जत्थेदार की भारत में सिखों के सुरक्षित न रहने की टिप्पणी से सहमत नहीं है परन्तु अगर जत्थेदार ऐसा अनुभव करते हैं तो उन्हें सबसे पहले शिरोमणि अकाली दल के सामने यह मामला उठाना चाहिए तथा उसे भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार से बाहर आने के निर्देश देने चाहिएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की तुलना में भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र होने का गौरव प्राप्त है, जहां धर्म के आधार पर किसी से कोई भेदभाव नहीं किया जाता।

उन्होंने कहा कि अगर अकाल तख्त के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह समझते हैं कि सिख देश में सुरक्षित नहीं हैं तो उसके लिए केन्द्र सरकार को ही पूरी तरह से दोषी ठहराया जाएगा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि अकाली स्वयं को सिख धर्म का संरक्षक होने का दावा करते हैं तथा देश में मौजूदा हालात के समय शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को सबसे पहले अपनी पत्नी हरसिमरत कौर बादल को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए। 

Vatika