अमरेन्द्र ने सुखबीर को ललकारा- ''तुम्हारी धमकियां मुझे पंजाब व देश की रक्षा करने से नहीं रोक सकतीं''

punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 09:15 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी, धवन): सुखबीर सिंह बादल द्वारा अनलॉक फुल एक्टीविटीज (प्रिवैंशन) एक्ट के तहत हाल ही में की गई गिरफ्तारियों पर कथित चेतावनी का कड़ा नोटिस लेते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि वह कानून के दायरे में रहते हुए पंजाब व देश की सुरक्षा व अखंडता की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे। अकाली दल प्रधान की धमकियां लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने में रोड़ा नहीं बन सकतीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पंजाब पुलिस द्वारा अनलॉक फुल एक्टीविटीज प्रिवैंशन एक्ट (यू.ए.पी.ए.) के तहत कोई गलत गिरफ्तारी या गलत केस दर्ज किया गया है तो सुखबीर उनकी सूची उन्हें भेजें न कि अकारण शोर-शराबा करें। उन्होंने कहा कि किसी को भी गलत केस में फंसाने का सवाल ही पैदा नहीं होता इसलिए सुखबीर को पंजाब के नौजवानों विशेष रूप से सिखों को भड़का कर अलगाववादियों के हाथों में नहीं खेलना चाहिए।

अकाली-भाजपा कार्यकाल में दर्ज हुए 60 केस 
मुख्यमंत्री ने कहा कि यू.ए.पी.ए. लम्बे समय से अस्तित्व में है इसलिए सुखबीर को याद रखना चाहिए कि अकाली-भाजपा सरकार के समय पंजाब में यू.ए.पी.ए. के तहत 60 केस दर्ज हुए थे जिसमें से 2010 में 19 तथा 2017 में 12 केस दर्ज हुए थे। इन केसों में 225 लोगों की गिरफ्तारियां हुई थीं जबकि 120 को बरी कर दिया था या छोड़ा गया था जिससे संकेत मिलता है कि वास्तव में यू.ए.पी.ए. को लेकर भेदभाव तो अकालियों के समय में हुआ था।

30 आतंकी गिरोहों का भंडाफोड़ कर 170 आतंकियों को गिरफ्तार किया 
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि सिख फॉर जस्ट्सि (एस.एफ.जे.) ने पहले खालिस्तानी एजैंडे को लेकर दुष्प्रचार चलाया हुआ है इसलिए ऐसी ताकतें पंजाब को अस्थिर करना चाहती है। सुखबीर को यह पता होना चाहिए कि एस.एफ.जे. तथा उसके प्रमुख गुरु पतवंत सिंह पन्नू को भारत सरकार ने एक गैर-कानूनी संगठन व आतंकी घोषित किया हुआ है इसलिए सभी राज्यों की पुलिस जिसमें पंजाब भी शामिल है, की कानूनी जिम्मेदारी बनती है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ऐसे प्रयासों को असफल बनाए। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब एस.एफ.जे. के खलास्तिानी एजैंडे को पूरे विश्व में रिजैक्ट कर दिया गया है तो उस समय सुखबीर अपने राज्य की पुलिस पर हमले करके उसे निशाना बना रहे हैं जिसने 30 आतंकी गिरोहों का भंडाफोड़ करते हुए मार्च 2017 के बाद 170 आतंकियों को गिरफ्तार किया। 

डी.जी.पी. पर उंगली उठाना गलत 
कैप्टन ने सुखबीर पर बरसते हुए कहा कि वह पंजाब पुलिस विशेष रूप से डी.जी.पी. के खिलाफ राजनीतिक हितों की पूॢत के लिए प्रचार कर रहे हैं जबकि डी.जी.पी. एक पेशेवर व धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं। सुखबीर जिस पार्टी का नेतृत्व करते हैं वह स्वयं को सिखों की संरक्षक कहती है, परन्तु सुखबीर स्वयं पंजाब पुलिस के खिलाफ जाकर अलगाववादियों तथा आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हैं जिनका उद्देश्य साम्प्रदायिक आधार पर सिखों को विभाजित करना है।पाकिस्तान की आई.एस.आई.  द्वारा सीमा पार से पंजाब में आतंकियों को भेजने  व हथियारों को तस्करी की मार्फत भेजने के बढ़़ते प्रयासों का जिक्र करते कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी सरकार कानून के दायरे में रहते हुए न केवल राज्य बल्कि देश को भी ऐसे तत्वों से मुक्ति दिलाना चाहती है। 

Vatika