अमरेन्द्र ने डी.एस.पी. दलजीत सहित 2 को पुलिस सेवा से किया डिसमिस

punjabkesari.in Tuesday, Jul 03, 2018 - 09:01 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने डी.एस.पी. दलजीत ढिल्लों सहित पंजाब पुलिस के 2 पुलिस कर्मियों को एक महिला को नशा देने के मामले में सरकारी नौकरी से डिसमिस कर दिया है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री के आदेशों पर डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा ने ढिल्लों को सस्पैंड कर दिया था। ढिल्लों इस समय डी.एस.पी. फिरोजपुर पद पर तैनात थे।

 
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने भारतीय संविधान की धारा-311 के क्लॉज (2) के तहत डी.एस.पी. व अन्य को डिसमिस करने का सख्त कदम उठाया है। इसके अतिरिक्त हैड कांस्टेबल इंद्रजीत सिंह को जालंधर पुलिस के कमिश्रर ने पंजाब पुलिस रूल्स 1934 के रूल 16.1 के तहत सेवा से डिसमिस कर दिया है। इंद्रजीत सिंह को सितम्बर 2017 में सेवा से निलंबित किया गया था तथा उसके विरुद्ध भी महिला ने ऐसे ही आरोप लगाए थे। 

डी.एस.पी. ढिल्लों को डिसमिस करने के आदेश कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा जारी किए गए हैं। उनके विरुद्ध मुख्यमंत्री ने एक जांच टीम का गठन किया था जिसका नेतृत्व पंजाब पुलिस अकादमी फिल्लौर की निदेशिका अनीता पुंज कर रही थीं। उन्होंने पीड़ित लड़की के बयान लिए थे। पुलिस स्टेशन स्टेट क्राइम में डी.एस.पी. ढिल्लों के खिलाफ 2 जुलाई, 2018 को धारा 376, 376सी आई.पी.सी., 22/27-ए/27/29 एन.डी.पी.एस. एक्ट 1985 के तहत एफ.आई.आर. दर्ज की गई।

जांच के दौरान पाया गया कि डी.एस.पी. ढिल्लों नैतिक तौर पर भ्रष्ट गतिविधियों में पहले भी तरनतारन में काम करते समय संलिप्त रहे हैं। उन्होंने अपनी आधिकारिक स्थिति का दुरुपयोग किया। उन पर लड़की ने यौन शोषण तथा फिर नशों की दलदल में धकेलने के गंभीर आरोप लगाए थे।सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जालंधर की लड़की ने इंद्रजीत के विरुद्ध सितम्बर, 2017 में आरोप लगाए थे जिसके बाद उसे निलंबित किया गया था। लड़की बार-बार अपने बयान बदल रही थी जिस कारण पंजाब पुलिस को इस मामले को अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाने में समय लगा। 

swetha