अमरिंदर ने अतिरिक्त संवैधानिक कार्रवाइयों तथा नागरिकता संशोधन बिल का कड़ा विरोध किया
punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 09:59 AM (IST)
जालंधर(धवन): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को हमले के समय उसका मुंहतोड़ जवाब देने के अधिकार का समर्थन करते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय संवैधानिक भावना के उलट अतिरिक्त संवैधानिक कार्रवाइयों के पक्ष में नहीं है। उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल का भी कड़ा विरोध करते हुए कहा कि वह पंजाब विधानसभा में इसे कतई पास नहीं होने देंगे। वहीं तेलंगाना में गैंगरेप के अभियुक्तों पर पुलिस ने अगर फायरिंग की है तो उनको भी जवाबी कार्रवाई करने का पूरा अधिकार बनता है। पंजाब में ऐसे मामलों में पुलिस पूरी तरह से स्पष्ट है। आतंकियों, गुंडा तत्वों तथा गैंगस्टर्स से कहा गया है कि या तो वे अपने हथियार पुलिस के सामने डाल दें या फिर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
कैप्टन ने नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एन.आर.सी.) के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि भारत के लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ कदम नहीं उठाए जाने चाहिएं। चाहे संसद प्रस्तावित नागरिकता संशोधन बिल को पास कर देगी परन्तु पंजाब में कांग्रेस के पास 2 तिहाई बहुमत विधानसभा में हासिल है इसलिए उनकी सरकार इसे पंजाब में किसी भी हालत में पास नहीं होने देगी। वहीं केंद्र के इस बिल के पास होने से कई लोगों को देश छोड़ने के लिए विवश किया जा सकता है। केंद्र को ऐसे महत्वपूर्ण मसलों पर एकतरफा फैसले नहीं लेने चाहिएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या हम विदेशों में बैठे भारतीयों को वापस अपने देश जाने के लिए कह सकते हैं। अगर कोई देश ऐसा करता है तो फिर उस पर हमारी क्या प्रतिक्रिया होगी।
देश में हवा भाजपा के खिलाफ बह रही
कैप्टन ने कहा कि हाल ही में जो चुनावी नतीजे देश में आए हैं, उससे पता चलता है कि इस समय हवा केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ बह रही है। महाराष्ट्र तथा हरियाणा के चुनावी नतीजों ने बता दिया है कि जनता मौजूदा हालात से खुश नहीं है तथा वह आर्थिक प्रगति चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने अपनी कारगुजारी केंद्र में न सुधारी तो उसका पूरी तरह से सफाया निश्चित है। उन्होंने पंजाब में अकालियों का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता के खिलाफ लिए गए पूर्व सरकार के फैसलों के कारण ही हर चुनाव में जनता अकालियों को रिजैक्ट कर रही है।
झारखंड के नतीजे भी भाजपा के खिलाफ आने की संभावना
कैप्टन ने कहा कि जिस तरह से देश में भाजपा के खिलाफ माहौल बन रहा है, उसे देखते हुए स्पष्ट है कि झारखंड विधानसभा के चुनावी नतीजे भी भाजपा के खिलाफ आएंगे तथा झारखंड में कांग्रेस व अन्य पार्टियों द्वारा मिलकर गठबंधन सरकार बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने जब से पार्टी की कमान संभाली है, तब से उसके बाद से लगातार पार्टी का प्रदर्शन सुधरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सी.डब्ल्यू.सी. की बैठक में भी वह अपने विचार रखेंगे।