अकाली तो अपने शासन में गुरू घरों की संभाल तक नहीं कर सके: अमरेंद्र

punjabkesari.in Wednesday, Mar 06, 2019 - 06:48 PM (IST)

रूपनगरः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा है कि अपने को धर्म का पैरोकार समझने वाले अकालियों ने अपने दस साल के कुशासन में गुरू घरों की संभाल तक नहीं की। कैप्टन ने आज पवित्र शहर चमकौर साहिब गुरूद्वारे में पहले माथा टेका और उसके बाद इलाके के विकास के लिए कई प्रोजेक्टों का ऐलान करते हुए चमकौर साहिब को नगरपालिका कमेटी का दर्जा देने को सैद्धांतिक मंजूरी दी। उन्होंने गुरू गोबिंद सिंह कौशल संस्थान की आधारशिला रखी। यह संस्थान पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल टेक्नीकल यूनिवर्सिटी का कालेज है। 

अकालियों ने किए पैसे बर्बाद 
मुख्यमंत्री ने बड़े साहिबजादे बाबा अजीत सिंह तथा बाबा जुझार सिंह के नाम पर शहर में दो गेट बनाने की घोषणा की। उन्होंने अपनी पिछली सरकार में मुक्तसर में चालीस मुक्तों की यादगार तथा फतेहगढ साहिब में चार गेट बनाए जाने का जिक्र करते समय अकालियों पर बरसते हुए कहा कि अकालियों ने अपने दस साल के राज में पैसे की बर्बादी के सिवाय किसी के लिए कुछ नहीं किया। अकालियों ने अर्थव्यस्था को तबाह कर दिया।  

नए कालेज तथा विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए नहीं आएगी पैसे की कमी
उन्होंने कहा कि इस संस्थान पर पांच सौ करोड़ की लागत आएगी। उद्योगों को हुनरमंद लोगों की जरूरत है जो अपने हाथों से काम कर सकें। नए कालेज तथा विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए पैसे की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। कौशल प्रशिक्षण के बाद युवक अपना काम भी कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि घर-घर रोजगार तथा कारोबार मिशन के तहत पिछले दिनों 808 नौजवानों को सरकारी, प्राइवेट तथा स्वरोजगार स्कीमों के तहत रोजगार मुहैया कराया गया है। 

उन्होंने वर्ष 2006 में अपनी सरकार के समय संपर्क सड़कों की मरम्मत का जिक्र करते हुए कहा कि सड़कों की मरम्मत के लिए पहले ही 32000 करोड़ रूपए खर्च किए गए तथा इस वर्ष तीस हजार करोड़ रूपए और खर्च किए जाएंगे।

Mohit