अमेठी का फार्मूला अमृतसर में: हरदीप पुरी के जरिए पंजाब साधेगी भाजपा

punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2019 - 09:30 AM (IST)

जालंधर (नरेश): कांग्रेस के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को दी गई मात से उत्साहित भाजपा अमेठी का फार्मूला अमृतसर में अपनाने की तैयारी कर रही है। इसी रणनीति के तहत अमृतसर से लोकसभा चुनाव हारे हरदीप पुरी को शहरी विकास मंत्रालय के अलावा एविएशन व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में जिम्मेदारी देकर उनका कद बढ़ाया गया है। हरदीप पुरी जल्द ही पुरी फॉर गुरु की नगरी नाम की एक वैबसाइट भी शुरू करने जा रहे हैं। इस वैबसाइट के जरिए वह अमृतसर की जनता के साथ लगातार सम्पर्क में रहेंगे। 

इससे पहले जनता के साथ सीधे सम्पर्क स्थापित करने के लिए चुनाव से पूर्व पुरी ने अमृतसर के गांव में लोगों के साथ रात बिता कर वहां की समस्याएं जानने की कोशिश की थी और अपने मंत्रालय की मदद से इन गांवों में सोलर लाइट्स भी लगवाई थीं। यह पुरी के जनता के साथ सीधे कनैक्ट का ही नतीजा था कि अमृतसर सीट पर भाजपा को 3,45,406 वोट हासिल हुए जो पार्टी को 2017 में हासिल हुए वोट के मुकाबले करीब 37,000 वोट ज्यादा हैं जबकि गुरजीत औजला को 4,45,302 वोट हासिल हुए जो उन्हें 2017 में मिले। वोटों के मुकाबले करीब 63 हजार वोट कम हैं। इससे पहले 2017 में हुए उपचुनाव के दौरान भाजपा को 3,08,964 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के गुरजीत औजला 5,08,153 वोट लेकर करीब 2 लाख वोट के अंतर से यह चुुनाव जीते थे। 

वोटरों को ऐसे साधेंगे पुरी
हरदीप पुरी के पास शहरों के विकास के लिए जिम्मेदार शहरी विकास मंत्रालय है। इसी मंत्रालय के तहत देश के तमाम नगर निगमों को विकास के लिए फंङ्क्षडग मिलती है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अलावा शहरों के विकास के लिए तमाम योजनाएं यह मंत्रालय चलाता है। लोकसभा चुनाव के वक्त हरदीप पुरी ने अपने विजन डाक्यूमैंट में अमृतसर के एयरपोर्ट को विकसित करने और इंटरनैशनल कनैक्टिविटी बढ़ाने का वायदा किया था और अब उन्हें ही एविएशन मंत्री बना दिया गया है। लिहाजा एयरपोर्ट के विकास के लिए वह अब बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे। इतना ही नहीं, अमृतसर की इंडस्ट्री व व्यापार के विकास के लिए वह अपने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के जरिए भी व्यापारियों की मदद कर सकते हैं। 

अमृतसर में डेरा डालेंगे पुरी
अमेठी में चुनाव की हार के बावजूद स्मृति ईरानी ने स्थानीय लोगों के साथ सम्पर्क कायम रखा था और समय-समय पर मंत्री रहते भी वह अमेठी का दौरा करती रहीं और लोगों के साथ मिलती रहीं। इसी रणनीति के तहत पुरी भी अमृतसर के लोगों के साथ सम्पर्क में रहेंगे। हालांकि चुनाव के वक्त उन्होंने वायदा किया था कि वह अमृतसर में स्थायी निवास बनाएंगे और संसद के सत्रों के अलावा साल के शेष समय वह अमृतसर में ही रहेंगे लेकिन अब चुनाव में हार के बाद उनके ऊपर अमृतसर में निवास लेने की बाध्यता नहीं है लेकिन बताया जा रहा है कि इसके बावजूद वह अमृतसर में स्थायी घर ले सकते हैं, जहां उनका आना-जाना लगा रहेगा और वह स्थानीय लोगों के साथ सम्पर्क में रहते हुए उनकी समस्याओं को हल करवाने का काम करेंगे।

पंजाब भाजपा के प्रभारी हो सकते हैं
नवजोत सिंह सिद्धू के भाजपा छोडऩे के बाद पंजाब में भाजपा सिख चेहरे की कमी से जूझ रही थी लेकिन पुरी के रूप में पार्टी के पास अब एक ऐसा चेहरा आ गया है जिसे न सिर्फ प्रशासनिक अनुभव है बल्कि समाज के सभी वर्गों में उनकी स्वीकार्यता बन रही है। माना जा रहा है कि संगठन के साथ सीधे तालमेल के लिए भाजपा उन्हें पार्टी का पंजाब मामलों का प्रभार भी सौंप सकती है। फिलहाल यह प्रभार हरियाणा के मंत्री कै. अभिमन्यु के पास है। 

Naresh Kumar