सिख कत्लेआम पर 10 साल पहले लिखा अमिताभ का पत्र वायरल; खुद पर लगे आरोप किए खारिज

punjabkesari.in Thursday, May 20, 2021 - 10:26 AM (IST)

अमृतसर: बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन द्वारा दान में दिए गए करोड़ों रुपए को लेकर सिख राजनीति में बवाल मचा हुआ है। 1984 के सिख कत्लेआम को लेकर अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस मामले में 10 साल पहले 2011 में अमिताभ बच्चन द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को भेजा गया पत्र सामने आया है जिसमें उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को खारिज किया था। 

यह पत्र इंटरनैट मीडिया पर वायरल किया गया है। पत्र में अमिताभ ब‘चन ने सिख कत्लेआम के लिए भीड़ को उकसाने के उन पर लगे आरोपों पर अपना स्पष्टीकरण दिया है। यह पत्र उन्होंने मुंबई निवासी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरिंदर सिंह बावा के माध्यम से श्री अकाल तख्त साहिब को भेजा था। अमिताभ बच्चन ने पत्र में कहा था कि वह सिख कौम को ठेस पहुंचाने बारे सपने में भी नहीं सोच सकते। 1984 में सिख कत्लेआम के दौरान उन पर हिंसा भड़काने के लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। यह पत्र उस समय सामने आया है, जब अमिताभ बच्चन की तरफ से दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को 12 करोड़ रुपए दान में दिए गए हैं। मनजीत सिंह जी.के. द्वारा इस संबंधी श्री अकाल तख्त साहिब पर मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ पत्र भी दिया गया था। इसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने यह दान सिख रिवायतों के खिलाफ लिया है क्योंकि अमिताभ बच्चन सिख विरोधी हैं।

अमिताभ बच्चन ने भावुक होते हुए 3 पन्नों का यह पत्र उस समय लिखा जब श्री आनंदपुर साहिब में ऐतिहासिक खालसा विरासत कॉम्पलैक्स के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें पंजाब सरकार की ओर से निमंत्रण भेजा गया था। उन्होंने यह निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया था और वह इस कार्यक्रम में आना चाहते थे। बाद में उन्होंने इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि वह इस ऐतिहासिक समागम में किसी शर्मिंदगी का कारण नहीं बनना चाहते थे। जब समागम खत्म हो गया तो उन्होंने अपने ऊपर लगाए आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने पत्र में साफ तौर पर लिखा कि नेहरू-गांधी परिवार के साथ उनके संबंध रहे हैं। हर सुख-दुख में वह एक-दूसरे के घर आते-जाते थे। उन्होंने लिखा कि 1984 में सिख विरोधी दंगों की घटना देश के इतिहास में एक काला अध्याय है। उन्होंने यह भी लिखा कि वह सिखों की भावनाओं को कभी आहत नहीं कर सकते, क्योंकि उनका परिवार उन्हें सिखी बारे ही बताता रहा है।


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Vatika

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