अमृतधारी सिख युवक ने की खुदकुशी, मोटर की तार से खुद को लगाया करंट

punjabkesari.in Sunday, Dec 13, 2020 - 03:03 PM (IST)

बटाला /(बेरी): गांव भागोवाली के रहने वाले अमृतधारी सिख हरप्रीत सिंह (27) ने अपने जीजा मनदीप सिंह पुत्र सुखदेव सिंह निवासी गांव धारोवाली की धमकी से तंग होकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में जीजा मनदीप सिंह, बहन गुरप्रीत कौर, जीजा का भाई दर्शन सिंह थाना लाल सिंह पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मुताबिक फिलहाल सभी मुलजिम घटना के बाद फरार हैं। गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन कर दिया गया है।

हरप्रीत सिंह ने अपने खेत में गुरूवार की शाम को मोटर की तारों से खुद को करंट लगा लिया। लाश के पास से पुलिस ने सुसाइड नोट हासिल कर लिया, जिसमें हरप्रीत सिंह ने लिखा है कि उसकी मौत के लिए उसकी विवाहित बहन, जीजा और जीजा का भाई जिम्मेदार है। पुलिस को दिए बयानों में मृतक हरप्रीत सिंह की माता गुरप्रीत कौर ने बताया कि उसके दो पुत्र और दो बेटियां हैं। एक पुत्र की 10 साल पहले मौत हो गई थी। दूसरा पुत्र हरप्रीत सिंह खेती का काम करने के साथ-साथ स्थानीय गुरुद्वारा साहब में ग्रंथि का काम करता था। 19 नवंबर को उस की छोटी बेटी गुरप्रीत कौर ने गांव उधोवाली के रहने वाले मनदीप सिंह के साथ अदालत में अपनी मर्ज़ी के साथ विवाह कर लिया। 

उसके बाद वह सभी पारिवारिक मैंबर अपनी नवविवाहिता बेटी के घर गुरुद्वारा साहब में विवाह करवाने के लिए पहुंचे। वहां मुलजिम मनदीप सिंह समेत उसके सभी पारिवारिक सदस्यों ने उनके साथ गाली-गलौच किया और घर से धक्के मार कर बाहर निकाल दिया। उपरांत मनदीप सिंह ने हरप्रीत को फोन पर धमकी दी कि यदि फिर उसके घर आने की कोशिश की तो उनको जान से मार देगा। 

धमकी के कारण वह परेशान रहने लग पड़ा। गुरूवार शाम को बिना किसी को बताए खेत में चला गया, वहां बिजली की तारों के साथ खुद को करंट लगा लिया। किसी जानकार ने उनको सूचना दी। बेहोशी की हालत में उसे बटाला के चैरिटेबल अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने हरप्रीत सिंह को मृतक ऐलान कर दिया। थाने के एएसआई सतनाम सिंह ने बताया कि मृतक की मां गुरप्रीत कौर के बयानों के आधार पर तीन महिलाओं खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। गठित टीमों से तरफ से आरोपियों के घर निरंतर छापेमारी की जा रही है। किसी समय भी उनकी गिरफ़्तारी हो सकती है। 

Tania pathak