अमृतसर एयरपोर्ट का आर्थिक घाटा 70 करोड़ से घटकर हुआ 15 करोड़

punjabkesari.in Tuesday, Sep 04, 2018 - 08:32 AM (IST)

अमृतसर (महेन्द्र, कमल): राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्वेत मलिक के निरंतर प्रयासों की बदौलत अमृतसर के श्री गुरु राम दास अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का आर्थिक घाटा जो यू.पी.ए. के कुशासन के दौर से चल रहा था, अब वह फायदे में तबदील होना शुरू हो चुका है। मलिक के प्रयासों की बदौलत ही केन्द्रीय उड्डयन मंत्रालय द्वारा अब अमृतसर एयरपोर्ट से  गोवा तथा बैंकाक के लिए 2 नई उड़ानों को शुरू करने के लिए हरी झंडी दे दी गई है, जो स्पाइस जैट के जरिए 6 नवम्बर से शुरू होंगी। इसके लिए मलिक ने समूह पंजाब वासियों की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी, केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली, केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु तथा जयंत सिन्हा का आभार जताया है।

मलिक ने कहा कि 2009-10 में जब केन्द्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली यू.पी.ए. की सरकार थी, तो कांग्रेस की साजिश के तहत जी.एम.आर. नामक एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें बंद कर दी गई थीं जिसके कारण अमृतसर एयरपोर्ट लगातार घाटे में चल रहा था। उन्होंने कहा कि 2016 में जब वह राज्यसभा सांसद बने थे, तो उस दौरान अमृतसर एयरपोर्ट का आॢथक घाटा 70 करोड़ था, जो अब घट कर 15 करोड़ रह गया है।

यही कारण है कि स्पाइस जैट ने अब 6 नवम्बर महीने से अमृतसर से बैंकाक और गोवा की सीधी उड़ान शुरू करने की घोषणा भी कर दी है। 
उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद बनने के तुरंत बाद उनके द्वारा सड़क से संसद तक समय-समय पर अमृतसर एयरपोर्ट का विकास करवाने तथा बंद की गई महत्वपूर्ण सभी उड़ानों को शुरू करवाने के लिए आवाज बुलंद की गई थी। इस संबंध में उन्होंन जुलाई 2016 में संसद में इस मुद्दे पर जोरदार मांग भी की थी।


मलिक के सांसद बनने से लेकर अब तक किए गए प्रयास
मलिक ने कहा कि 7 फरवरी 2016 को जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार अमृतसर एयरपोर्ट का वाॢषक नुक्सान 50 करोड़ बताया गया था, जिसके अढ़ाई महीने के पश्चात 24 अप्रैल 2016 को उन्होंने राज्यसभा के सांसद के तौर पर शपथ ली थी और महज 6 दिनों के बाद 30 अप्रैल को तत्कालीन केन्द्रीय उड्डयन मंत्री अशोक गजापति राजू से मुलाकात कर अमृतसर एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्यां बढ़ाने तथा कैट 3-बी सिस्टम लगाने की अपील की थी। इसके पश्चात 3 जुलाई 2016 को दोबारा मुलाकात कर अमरीका, कनाडा, सिंगापुर और यूरोप के लिए उड़ानें शुरू करने की मांग की गई थी। 

उन्होंने बताया कि 24 नवम्बर 2016 को जब पंजाब में प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री थे, उस दिन केन्द्रीय उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने उनकी तथा डिप्टी सी.एम. सुखबीर सिंह बादल की उपस्थिति में ही बठिंडा एयरपोर्ट के उद्घाटन के समय अमृतसर-बॄमघम उड़ान शुरू किए जाने की घोषणा कर दी थी। अमृतसर एयरपोर्ट से नई नई उड़ानें शुरू करवाने तथा कई अहम विकास करवाने के लिए अमृतसर एयरपोर्ट पर एक के बाद एक कई महत्वपूर्ण मीटिंगें की जाती रही थीं, जिसके परिणाम स्वरूप 21 नवम्बर 2017 को जयंत सिन्हा से पुन: मुलाकात कर अमृतसर एयरपोर्ट पर चल रहे विकास कार्यों के बारे में अवगत करवाने के साथ-साथ बंद पड़ी और भी अन्य कई उड़ानें शुरू करवाने की मांग की गई थी। इसके चलते 24 दिसम्बर 2017 को अमृतसर-नांदेड़ साहिब की सीधी उड़ान शुरू करवाने की एक अन्य मांग पूरी हुई। इसके अलावा अमृतसर एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या को मुख्य रखते हुए अमृतसर-थाईलैंड, अमृतसर-अबुधाबी, अमृतसर-लंदन,अमृतसर-बैंकाक, मृतसर-टोरंटो, अमृतसर-दोहा, अमृतसर-हैदराबाद, अमृतसर-अहमदाबाद, अमृतसर-कोलकाता, अमृतसर-चेन्नई, अमृतसर-गोवा आदि की उड़ानों की भी मांग की गई थी। 

अब तक शुरू हो चुकी नई उड़ानें
मलिक ने बताया कि उनके द्वारा किए गए प्रयासों की बदौलत मैङ्क्षलडो एयरलाइंस द्वारा कुआलालम्पुर के लिए, विस्तारा एयरलाइंस द्वारा मुंबई व दिल्ली, इंडिगो फ्लाइट्स द्वारा दिल्ली, श्रीनगर, जम्मू, बेंगलूर, मुंबई, स्कूट एयरलाइंस द्वारा सिंगापुर के लिए, स्पाइस जैट एयरलाइंस द्वारा दुबई के लिए, अमृतसर-बॄमघम, अमृतसर-नादेंड़ साहिब तक की उड़ानें शुरू करवाई जा चुकी हैं। इससे इन सभी शहरों में आपसी हवाई संपर्क बढ़ाए जाने में भी काफी सुधार हुआ है। 

कई महत्वपूर्ण उड़ानों की मांग अभी भी जारी
मलिक ने बताया कि अभी भी अमृतसर से कोलकाता तथा अमृतसर से पटना साहिब सहित कई महत्वपूर्ण घरेलू उड़ानें शुरू करवाने की मांग के साथ-साथ अमृतसर एयरपोर्ट का और भी उचित विकास करवाते हुए तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमृतसर से अमरीका, इंगलैंड, यू.एस.ए., बैंकाक, सिंगापुर, कनाडा, आस्ट्रेलिया, साऊथ एशियन दोशों, अबुधाबी तथा दोहा सहित कई देशों तक सीधी उड़ानों के लिए मांग की जा रही है। 

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