10वीं की गणित की परीक्षा ने विद्यार्थियों की रोकी सांसें

punjabkesari.in Tuesday, Mar 20, 2018 - 08:02 AM (IST)

अमृतसर (दलजीत): पंजाब शिक्षा बोर्ड की तरफ से आज ली गई 10वीं की गणित की परीक्षा ने विद्यार्थियों की सांसें रोक दीं। प्रश्न-पत्र के पैटर्न में बदलाव और कन्फूयूजन वाले सवालों ने विद्यार्थियों को पशोपेश में डाले रखा। बच्चों ने पूरी तैयारी के पेपर देने के लिए सैंटर में प्रवेश किया, परंतु विडंबना रही कि इस बार शिक्षा बोर्ड की तरफ से जहां पैटर्न चेंज किया गया, वहीं कुछ सवाल इस तरह से डाले गए थे, जिससे कन्फूयूजन में बच्चों को सवाल निकालने में बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा। पेपर सैंटरों के बाहर निकलते ही बच्चे रोते देखे गए। उनके माता-पिता व अध्यापक उन्हें ढ़ांढस बढ़ाते रहे। परीक्षा हाल से बाहर आए बच्चों का आरोप था कि इस बार पिछले साल के मुकाबले परीक्षा में पैटर्न चेंज था। 

लैंथी था पेपर, नहीं कर सके पूरा सॉल्व
लैंथी पेपर होने के कारण अधिकतर विद्यार्थी पूरा पेपर सॉल्व नहीं कर सके। पिछले साल परीक्षा 70 अंकों की थी, लेकिन इस बार उसे 80 अंक का कर दिया गया। असैसमैंट जो पिछले साल 20 नंबर की थी, उसे घटाकर 10 नंबर का कर दिया गया। पिछले साल 5 सवाल वैरी शार्ट एक नंबर, सात सवाल 2 नंबर, 9 सवाल 3 नंबर के, 2 सवाल 5 नंबर के लांग होते थे। इस बार की परीक्षा में नए पैटर्न अनुसार 8 सवाल वेरी शार्ट 1 नंबर, 8 सवाल 2 नंबर, 7 सवाल 4 नंबर तथा 4 सवाल लोंग 5 नंबर के डाले गए हैं। 

छात्रों के भविष्य के साथ नाइंसाफी 
छात्रों ने कहा कि पंजाब सरकार ने परीक्षा बिना नकल से करवाने का संकल्प लिया है, परंतु बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न करने का भी संकल्प लेना चाहिए था। परीक्षा में पैटर्न चेंज करना और बड़े सवाल डालना यह छात्रों के भविष्य के साथ नाइंसाफी है। उन्होंने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों व शिक्षामंत्री अरुणा चौधरी से मांग की है कि मैथमैटिक्स के पेपर में ग्रेस अंक देकर भरपाई की जाए ताकि वे अपनी बेहतर मैरिट बनाकर अगली कक्षाओं में एडमिशन ले सकें। 

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