हरिद्वार में कुत्ते की आत्मा शांति के लिए हुआ ‘महा मृत्युंजय’ का पाठ

punjabkesari.in Friday, May 11, 2018 - 09:18 AM (IST)

अमृतसर  (स.ह., नवदीप): कहावत है कि इंसान से ज्यादा कुत्ते वफादार होते हैं। यह कितना सच और कितना झूठ है यह हम नहीं जानते लेकिन शहर के पॉश इलाके 125 रानी बाग में रहने वाला परिवार अपने पालतू कुत्ते ‘सीजी’ की यादों को आंखों से ओझल नहीं कर पा रहे है। घर से जैसे खुशी ही छिन गई हो। ‘पग’ नस्ल के ‘सीजी’ का बीते 26 अप्रैल को 8वां जन्मदिन परिवार ने मनाया। खास बात है कि सीजी का जन्म भी इत्तेफाक से घर की बेटी ‘डोनिया’ का जन्मदिन भी तारीख 26 अप्रैल को पड़ता था, ऐसे में घरवाले सीजी का जन्मदिन भी बेटी के जन्मदिन के साथ ही मनाते थे। डोनिया अभी भी सीजी को कुत्ता कहने पर भड़क जाती हैं और कहती हैं ‘खबरदार! मेरे सीजी को अगर कुत्ता कहा तो।’ वह कहती हैं कि सीजी के लिए मां कामिनी अरोड़ा का रो-रो कर बुरा हाल है। पिता केवल अरोड़ा एवं भाई राहुल अरोड़ा भी सीजी की याद में व्याकुल हैं। सीजी को वह ही खरीद कर लाई थीं। 


‘पंजाब केसरी’ के साथ खास बातचीत में उन्होंने बताया कि सीजी की मौत किडनी फेल होने से हुई। 3 मई को सीजी ने जब खाना नहीं खाया तो उसे लेकर वह डाक्टर गांधी के पास गई। वहां पर टैस्ट हुए तो पता चला कि सीजी की दोनों किडनियां फेल हो गई थीं। डाक्टरों की टीम ने सीजी को बचाने के लिए उसे 3 दिन तक डायलिसिस पर रखा लेकिन सीजी को बचाया नहीं जा सका। 6 मई को उसकी मौत हो गई। उसका अंतिम संस्कार ‘इलैक्ट्रिक मशीन’ न होने से नहीं हो सका, लेकिन उसे झब्बाल रोड स्थित श्मशानघाट पर दफन कर दिया गया। पंडितों ने विधि-विधान से कर्मकांड किया। हवन हुआ। 8 मई को सीजी का अंतिम भोग डाला गया और लंगर लगाया गया। इस दौरान हरिद्वार में सीजी की आत्माशांति के लिए ‘महा मृत्युंजय’ का पाठ भी करवाया गया।

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