मौत बनकर दौड़ी ट्रेन: चीख-पुकार के बीच एक साथ जलीं 20 लोगों की चिताएं (देखें तस्वीरें)

punjabkesari.in Saturday, Oct 20, 2018 - 05:33 PM (IST)

अमृतसर (अवदेश): अमृतसर में जोड़ा फाटक के समीप शुक्रवार शाम को रावण दहन देखने के दौरान रेल हादसे का शिकार हुए लोगों की अंतिम रस्में शुरू हो गर्इ हैं। अमृतसर के दुर्गयाना श्मशान घाट में लोगों की चीख-पुकार के बीच 20 लोगों की चिताएं एक साथ जलार्इ गर्इं।

बताया जा रहा है कि एक परिवार में से 4 लोगों की चिता जली, जिनमें मां कमला देवी, 2 बेटियां और एक गर्भवती बहू कर्मजोत थी। रोते-बिलखते हुए परिवार ने बताया कि कर्मजोत की शादी करीब 6 माह पहले हुुर्इ थी। घटनास्थल पर मंजर यह था कि मात्र पांच सेकंड से भी कम समय में वहां अनेक लोग रेलगाड़ी के नीचे कट गए और अनेक घायल हो गए। इस मौके पर बीजेपी के नेता तरुण चुघ, राजेश हनी, राजिंद्र मोहन सिंह छीना परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए मौके पर मौजूद थे। वहीं, शिवपुरी के वाइस चेयरमैन नरेश पराशर ने मृतकों का अंतिम संस्कार मुफ्त करवाने का ऐलान किया। 


बता दें कि पटरी और इसके आसपास लाशों का अंबार लग गया। जमीन खून से सन गई। किसी का सिर तो किसी का धड़, बाजु और टांगें इधर-उधर बिखरे हुए थे। इस हादसे का शिकार ज्यादातर महिलाएं और बच्चे बने। कम से कम 59 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तथा कइयों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। करीब 70 लोगों का यहां सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से अनेक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।  डॉक्टरों के अनुसार, कम से कम 40 लोगों की हालत बेहद गंभीर है।

 

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