अमृतसर हादसा : पुलिस ने दी थी दशहरा कमेटी को 'रावण दहन' की मंजूरी
punjabkesari.in Saturday, Oct 20, 2018 - 02:38 PM (IST)
अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में जौड़ा फाटक के निकट दशहरा देख रहे करीब 59 लोगों की रेलगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि करीब 57 लोग घायल हो गए थे। इस घटना को लेकर अमृतसर पुलिस का बड़ा बयान सामने आया है।
#AmritsarTrainAccident: Dussehra committee had written a letter (pic 1) to police seeking security arrangements for Dussehra celebrations at Dhobi Ghat, Golden Avenue in Amritsar. Assistant Sub-Inspector Daljeet Singh reverted (pic 2) that police have no objections in this regard pic.twitter.com/cu7QXbXZV7
— ANI (@ANI) October 20, 2018
पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्त का कहना है कि उन्होंने धोबी घाट ग्राउंड पर दशहरा उत्सव के लिए मंजूरी दी थी लेकिन आयोजकों ने इसकी मंजूरी नगर निगम से नहीं ली। उन्होंने बताया कि दशहरे का आयोजन मिठू मदान फैमिली' दवारा आयोजित किया गया था, जिसकी मां विजय मदान इस इलाके की पार्षद हैं। वहीं अमृतसर डिप्टी कमिश्नर के.एस. संघा ने कहा कि जिस ग्राउंड पर रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया वह नगर निगम का है। उधर, अमृतसर नगर निगम कमिश्नर सोनाली गिरि ने बताया कि नगर निगम से कोई मंजूरी नहीं ली गई।
बता दें कि घटनास्थल पर मंजर यह था कि मात्र 5 सैकंड से भी कम समय में वहां अनेक लोग रेलगाड़ी के नीचे कट गए और अनेक घायल हो गए। पटरी और इसके आसपास लाशों का अंबार लग गया। जमीन खून से सन गई। किसी का सिर तो किसी का धड़, बाजु और टांगें इस उधर बिखरे हुये थे। इस हादसे का ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शिकार बने। कम से कम 50 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तथा कईयों ने अस्पताल में ईलाज के दौरान दम तोड़ा। करीब 70 लोगों का यहां सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज चल रहा है। इनमें से अनेक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार कम से कम 40 लोगों की हालत बेहद गंभीर है।