अमृतसर हादसाः ‘कटी लाश’ को लेकर GRP कर रही ‘सिर’ तलाश, 5 दिन बाद भी नहीं हुआ संस्कार

punjabkesari.in Thursday, Oct 25, 2018 - 10:46 AM (IST)

अमृतसर: 19 अक्तूबर को रेल हादसे के बाद अब तक 60 से ज्यादा चिताएं जल चुकी हैं, लेकिन एक ऐसी सिर कटी लाश पिछले 5 दिनों से जी.आर.पी. की कस्टडी में है और तलाश है उसके सिर की। सिर के बिना कैसे लाश का संस्कार हो और कैसे पहचान हो, इसके लिए अब लाश का डी.एन.ए. टैस्ट करवाया गया है। 

सवाल यह है कि आखिर सिर कटी लाश का संस्कार कब होगा, अगर सिर नहीं मिला तो धड़ कब तक जी.आर.पी. संभाले रखेगी। सबसे चौकाने वाली बात यह है कि सिर कटी लाश पर अब तक 3 परिवारों ने हक जताया है, जिसमें मध्य प्रदेश के प्रीतम ने कहा कि उसके भाई सीता राम की लाश है, जबकि उत्तर प्रदेश के गोंडा निवासी गीता नाम की महिला ने सिर कटी लाश को अपना पति बताया। इसी तरह बिहार के एक परिवार ने भी हक जताया है। 

हालांकि इन तीनों हक जताने वाले लोगों के पास कोई ठोस सबूत नहीं था जिससे पता चल सकता कि यह लाश किसकी है। ऐसे में पुलिस के पास भी असली-नकली परिजनों को लेकर कोई ऐसा तरीका नहीं है जो पहचान कर सके। अब केवल डी.एन.ए. रिपोर्ट ही बताएगी कि सिर कटी लाश आखिर किस परिवार की है। लोग ऐसे भी हैं जो 5 लाख के चक्कर में सिर कटी लाश पर दावा तो कर रहे हैं लेकिन सबूत उनके पास नहीं है। जी.आर.पी. थाना प्रभारी बलबीर सिंह घुम्मन कहते हैं कि लाश पर 3 परिवारों ने हक जताया था, लेकिन लाश के पास न कोई मोबाइल फोन मिला न ही कोई दस्तावेज, ऐसे में लाश को जी.आर.पी. ने कस्टडी में रखा है। आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष इस मामले में अंतिम संस्कार के लिए क्या-क्या औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।


 

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