रेलवे ने जनता के सिर पर फोड़ा ‘ठीकरा’ कहा- हादसे के लिए लोग जिम्मेदार

punjabkesari.in Monday, Nov 26, 2018 - 09:25 AM (IST)

अमृतसर (सफर): 19 अक्तूबर को दशहरा के दिन अमृतसर के जौड़ा फाटक पर हुए रेल हादसे में रेल की पटरियों पर मारे गए 60 लोगों की मौत पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की क्लीन चिट के बाद रेल मुख्यालय (बड़ौदा हाऊस) द्वारा बिठाई गई जांच में मुख्य रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सी.सी.आर.ए.) एस.के. पाठक ने यह कह कर फिरोजपुर रेल डिवीजन को राहत दी है कि रेल पटरियों पर लोग लापरवाही से खड़े थे, ट्रेन की रफ्तार सही थी, रेलवे ने जनता के सिर पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि गलती जनता की है। रेल पटरियों पर खड़े होकर मेला क्यों देख रहे थे। 

जहां रेलवे को क्लीन चिट दे दी गई है वहीं इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा बिठाई गई मैजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट पूरी होने के बाद मुख्यमंत्री के निजी सचिव के पास पहुंच चुकी है, जिसमें दशहरा आयोजक कत्र्ता वार्ड नंबर 29 की पार्षद विजय मदान व बेटे मिट्ठू मदान ने यह कहकर पल्ला झाड़ा है कि उन्होंने दशहरा पर्व मनाया लेकिन किसी को बुलाया नहीं था कि आकर रेल पटरियों पर खड़े हो जाओ। ऐसे ही बयान पंजाब के निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी पूर्व विधायक डा. नवजोत कौर ने भी दिए थे। सिद्धू ने चिट्ठी लिखकर कहा था कि वह तब शहर में नहीं थे। 


रेलवे द्वारा रेल ड्राइवर को क्लीन चिट मिल चुकी है। कैप्टन के पास मैजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट पहुंच चुकी है। सवाल अब भी वहीं है कि आखिर रेल हादसे का जिम्मेदार कौन है। राधा व प्रीति दोनों सगी बहने हैं। दोनों का सुहाग रेल हादसे ने छीन लिया है। 1 बेटा भी खो दिया है। इलाज चल रहा है। रेल हादसे के 36 दिन बाद कहती हैं कि सब सियासत हो रही है, जांच में ‘36’ का आंकड़ा है। दोनों ने गली में लगे पोस्टर देखे थे जिसमें राहुल गांधी से लेकर नवजोत सिंह सिद्धू की फोटो छपी थी, पंजाबी नहीं आती तो किसी ने बताया कि जिनकी फोटो छपी है वे भी आ रहे हैं। उसके बाद जब एक ट्रेन अमृतसर रेलवे स्टेशन की तरफ से चली गई, रफ्तार कम थी, हार्न भी बजाया लोग पटरी से हट गए ट्रेन आगे चली गई।  लेकिन दूसरी ट्रेन में लाइट भी नहीं दिखी, जालंधर की तरफ से आई और लाशें बिछाते चली गई। यह सब आंखों से देखा है।

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