मासूम की नेक सोच ने जीता सबका दिल, बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आया आगे

punjabkesari.in Friday, Sep 12, 2025 - 04:11 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी, रवि) : पंजाब में आई बाढ़ और भारी बारिश ने लोगों के जीवन में कई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। सरकार, प्रशासन, राजनीतिक दल, पंजाबी गायक और विभिन्न समाजसेवी संस्थाएं बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आ रही हैं। इस अभियान में अब मासूम बच्चे भी अपना योगदान दे रहे हैं। इसका एक उदाहरण आज बरनाला में देखने को मिला, जब सिर्फ साढ़े 4 साल के हरगुण सिंह, पुत्र धर्मेंद्र सिंह, ने अपने गुल्लक की रकम बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए डिप्टी कमिश्नर बरनाला टी बैनिथ को सौंपी।

मासूम दिल में बड़ा जज्बा

वाई.एस. स्कूल हंडियाया की एलकेजी क्लास में पढ़ने वाले हरगुण सिंह अपने दादा साधु सिंह और माता सिमरन के साथ डिप्टी कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपनी गुल्लक की रकम के साथ नकद सहायता भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए प्रशासन को सौंपी। इस दौरान मासूम बच्चे ने बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए अपनी भावनाएं भी व्यक्त कीं।

डीसी ने की बच्चे की हौसला अफजाई

डिप्टी कमिश्नर टी बैनिथ ने छोटे हरगुण की सराहना करते हुए कहा कि जहां पंजाब सरकार और प्रशासन द्वारा बाढ़ से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है, वहीं समाजसेवी संस्थाएं और आम लोग भी आगे आ रहे हैं। आज एक छोटे बच्चे ने अपना गुल्लक बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए भेंट करके मानवता की एक बड़ी मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि यह बच्चा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और वह उसके अच्छे भविष्य के लिए कामना करते हैं।

परिवार की सोच

हरगुण सिंह के दादा साधु सिंह धालीवाल ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनका पोता बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए जोर दे रहा था। वह चाहता था कि उसका गुल्लक, जिसमें वह काफी समय से पैसे जमा कर रहा था, वह जरूरतमंद लोगों के काम आए। आज उसकी यह इच्छा पूरी हुई, जब वह अपने परिवार के साथ डिप्टी कमिश्नर के पास पहुंचकर अपना गुल्लक भेंट करने में सफल रहा।

मदद के लिए अपील

डीसी टी बैनिथ ने इस मौके पर कहा कि जो भी समाजसेवी संस्थाएं या व्यक्ति बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए आगे आना चाहते हैं, वे सीधे जिला प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं। प्रशासन द्वारा उनके सहयोग को पारदर्शी तरीके से लोगों तक पहुंचाया जाएगा। मासूम हरगुण सिंह द्वारा किया गया यह योगदान भले ही रकम में छोटा हो, लेकिन उसकी सोच और जज्बे ने सबका दिल जीत लिया है। इस घटना ने साबित कर दिया है कि अगर इरादे सच्चे हों, तो छोटे बच्चे भी बड़े काम कर सकते हैं।

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News Editor

Urmila

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