लारैंस बिश्नोई के दाएं हाथ अंकित भादू की मुखबिरी बनी मन्ना के कत्ल का कारण?

punjabkesari.in Monday, Dec 30, 2019 - 08:46 AM (IST)

मलोट(जुनेजा, काठपाल): मलोट में  2 दिसम्बर को कत्ल किए गए मनप्रीत मन्ना के कत्ल मामले में पुलिस अभी तक कोई बड़ा खुलासा नहीं कर रही पर जिस तरह वह एक सप्ताह में 2 गैंगस्टरों को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ कर रही है, इससे लगता है कि पुलिस इस मामले में जल्द ही बड़ा खुलासा हो सकता है। गत 2 दिसम्बर को मलोट में मन्ना के कत्ल के एक घंटे बाद ही लारैंस बिश्नोई के फेसबुक पेज पर शूटर राजू बिगोसी ने इस कत्ल की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि हमने अपने भाई अंकित भादू की मौत का बदला ले लिया है। लारैंस के दाहिने हाथ अंकित भादू को पुलिस ने इसी वर्ष फरवरी के पहले हफ्ते जीरकपुर के पास एक पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया था। 

पुलिस गैंगस्टरों की कार्रवाई को केंद्र मान कर रही जांच
इस मामले में बेशक कई लोग निजी दुश्मनी के अंदाजे लगा रहे थे परंतु पुलिस अनेक पक्षों की तरह फेसबुक पर ली जिम्मेदारी और जिम के आस-पास मिले सबूतों के आधार इस पहलुओं की जांच कर रही थी जिस कारण कत्ल के बाद बनाई स्पैशल जांच टीम ने 5-6 दिसम्बर को राजस्थान की भरतपुर जेल में जाकर पहले लारैंस बिश्नोई से पूछताछ की और बाद में 25 दिसम्बर को उसे प्रोडक्शन पर लाकर पूछताछ शुरू की। 

पहले भी हुआ था मन्ना पर कातिलाना हमला
मन्ना के कत्ल के बाद लोगों द्वारा नई-नई कहानियों की चर्चा की जा रही है। अंकित भादू की पुलिस मुठभेड़ में मौत फरवरी 2019 में हुई थी पर अब चर्चा है कि 20 अक्तूबर को राजपुरा के पास मन्ना की गाड़ी हादसे का शिकार हुई थी जिसमें उसकी गाड़ी पूरी तरह नष्ट हो गई थी पर वह खुद बाल-बाल बच गया था। इस मामले को भी लोग पहले हुए हमले के साथ जोड़ रहे हैं। 

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