टिकरी बार्डर पर दिल का दौरा पड़ने से एक और किसान की मौत

punjabkesari.in Wednesday, May 12, 2021 - 06:39 PM (IST)

दोदा (लखवीर): कृषि कानूनों के विरोध में लगातार दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर चल रहे किसानी संघर्ष में लगातार किसान शहीद हो रहे हैं परन्तु देश की केंद्र सरकार बेफिक्र होकर सो रही है। इसी किसानी संघर्ष के दौरान गांव मल्लण के किसान मलकीत सिंह (73) पुत्र निरंजण सिंह भी टिकरी बार्डर पर दिल का दौरा पड़ने के कारण शहीद हो गए।

बी.के.यू. एकता उग्राहां के ज़िला नेता गुरभगत सिंह और बिट्टू ने बताया कि मलकीत सिंह को टिकरी बार्डर पर दिल का दौरा पड़ गया तो तुरंत उनको बहादुरगढ़ सिविल अस्पताल दाख़िल करवाया गया, जहां डाक्टरों ने उनको रोहतक पी.जी.आई. रैफर कर दिया। वहाँ से भी डाक्टरों ने हालत ज़्यादा खराब होने के कारण गांव भेज दिया था, परन्तु दोबारा हालत गंभीर होने पर बठिंडा में निजी अस्पताल में दाख़िल करवाया गया, जहां उनको डाक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया।

उन्होंने बताया कि मृतक किसान की पत्नी भी किसी बीमारी के कारण ठीक नहीं रहती है और कम ज़मीन होने के कारण घर के हालात भी ज़्यादा ठीक नहीं हैं। किसान नेताओं ने सरकार और प्रशासन ने ग्रामीण बैंक से करीब डेढ़ लाख रुपए का कर्ज माफ और परिवार के हालात देखते हुए 10 लाख मुआवज़ा देने की मांग की है। 

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Tania pathak