शिकायतों के चलते घटा अरुणा चौधरी का कद,बदला विभाग

punjabkesari.in Monday, Apr 23, 2018 - 02:03 PM (IST)

चंडीगढ़ : जैसा कि तय था कि कैबिनेट विस्तार के साथ ही कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया जाएगा। बदलाव में जहां ‘माझा एक्सप्रेस’ के नाम से पहचाने जाने वाले तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा का कद बढ़ा है वहीं, राज्य से कैबिनेट मंत्री बनने के बावजूद अरुणा चौधरी का कद घट गया है। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक सुधार जैसा विभाग मनप्रीत बादल को देकर भरोसा जताया है। सबसे बड़ा बदलाव बाजवा व अरुणा चौधरी के ही विभागों में हुआ है। मुख्यमंत्री ने तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को ग्रामीण विकास के साथ-साथ आवास व शहरी विकास विभाग भी दिया है, जबकि पहले यह विभाग स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू मांग रहे थे। शहरी क्षेत्र से जुड़े होने के कारण सिद्धू इसे एक ही छत के नीचे लाने की बात कर रहे थे, लेकिन कैप्टन ने अपने महत्वाकांक्षी विभाग आवास व शहरी विकास को बाजवा को सौंपा है। 

 

उनसे वाटर सप्लाई एवं सेनिटेशन लेकर रजिया सुल्ताना को दिया है। वहीं, बड़ा बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में हुआ। मुख्यमंत्री ने अरुणा चौधरी से शिक्षा वापस लेकर उसे दो हिस्सों में बांट दिया। हायर एवं स्कूली शिक्षा को दो हिस्सों में बांट दिया। मुख्यमंत्री लंबे समय से अरुणा चौधरी के काम से संतुष्ट नहीं थे। यह भी चर्चा चल रही थी कि उनकी कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है, लेकिन कैप्टन ने उनके ओहदे में बढ़ोतरी तो की, लेकिन विभाग बदल दिया। वहीं, कैप्टन ने प्रशासनिक सुधार विभाग मनप्रीत बादल को सौंप कर उन पर भरोसा जताया है। यह विभाग मुख्यमंत्री के पसंदीदा विभागों में से है। अरुणा चौधरी कांग्रेस सरकार के गठन के साथ ही विवादों में फंस गई थीं। तब यह बात निकल कर सामने आई थी कि सरकारी फाइलों को उनके पति पढ़ रहे थे। वहीं, लगातार यह भी शिकायतें आ रही थीं कि अरुणा चौधरी के महकमे में उनके पति अशोक चौधरी काफी हस्तक्षेप करते हैं। शिक्षकों के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर भी कैप्टन संतुष्ट नहीं थे। यही वजह रही कि अरुणा का कद घटाया गया।

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