कोरोना से होने वाली मौतों को कम करने के लिए हमारा साथ दे कैप्टन सरकार : केजरीवाल

punjabkesari.in Sunday, Sep 06, 2020 - 09:22 AM (IST)

चंडीगढ़ (विशेष): पंजाब में ऑक्सीमीटर पर राजनीति गर्मा गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विशेष बातचीत में कहा कि  बहुत दु:ख है कि पंजाब की कैप्टन अमरेंद्र सरकार आम आदमी पार्टी के ऑक्सीजन जांच करने के अभियान पर पर्चे दर्ज करने की बात कह रही है। हमें किसी भी हाल में कोरोना से होने वाली मौतों को कम करना होगा।

जनता को ऑक्सीजन जांच बारे जागरूक करना होगा। इसके लिए राजनीतिक दलों और संगठनों को एक साथ कदम से कदम मिलाकर काम करना होगा। कैप्टन सरकार से निवेदन है कि वो इस काम में अड़चन न डाले और पुण्य काम में हमारा साथ दे। उन्होंने कहा कि कोरोना एक ऐसी महामारी है, जिससे कोई भी सरकार अकेले नहीं लड़ सकती। सभी सरकारों और संगठनों को मिलकर लडऩा होगा। दिल्ली में भी हमने कोरोना को नियंत्रण में लाने के लिए सभी सरकारों और संगठनों के साथ मिलकर काम किया।

गौरतलब है कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने यह तक कह दिया है कि सरकार की बिना मंजूरी के ऑक्सीमीटर बांटे तो पर्चा दर्ज किया जाएगा। वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जे.ई.ई.-नीट के नाम पर लाखों छात्रों की जिंदगी से खेलना ठीक नहीं है, उनका जीवन बहुमूल्य है। संकट के समय अभूतपूर्व कदम से ही समाधान निकलेगा। केवल नीट-जे.ई.ई. परीक्षा ही एडमिशन का एकमात्र विकल्प है, यह बेहद संकुचित और अव्यावहारिक सोच है। दुनियाभर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए-नए तरीके अपना रहे हैं।

जो पार्टी अध्यक्ष नहीं चुन सकती, वो देश को क्या भविष्य देगी
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है। गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल और मनीष तिवारी सरीखे वरिष्ठ नेता इसकी मांग कर चुके हैं। गुलाम नबी आजाद ने तो कहा है कि कांग्रेस में पूर्णकालिक अध्यक्ष का चुनाव नहीं होता है तो पार्टी को और 50 साल विपक्ष में बैठना होगा। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से जहां भी कांग्रेस ने सरकार बनाई है, उसने विधायकों को अन्य दलों को बेच दिया है। कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर समाप्त हो गई है, वह अब देश के सामने विकल्प नहीं है। देश संकट से जूझ रहा है और हमने देखा कि कांग्रेस आंतरिक लड़ाई में लगी हुई है। जो पार्टी अध्यक्ष नहीं चुन सकती, वो देश को क्या भविष्य देगी।

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