एकजुटता का पाठ पढ़ाने वाले अटल जी के जन्मदिन पर भाजपा हो गई दोफाड़

punjabkesari.in Tuesday, Dec 26, 2017 - 10:39 AM (IST)

जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी उम्र भर समाज को जोडऩे के लिए प्रयास करते रहे। विपक्ष में रहे हों या सत्ता में, उन्होंने सभी को एक साथ मिलकर चलने का संदेश दिया लेकिन आश्चर्य है कि उनके जन्मदिन के अवसर पर ही भाजपा पंजाब में अटल जी की दी हुई सीख की साफ कमी दिखी। दूसरों को साथ लेकर चलना तो दूर भाजपा में आज अपनों को साथ लेकर चलना भी दूर-दूर तक नहीं दिखा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय सांपला की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अटल जी का जन्मदिन मनाया जाना था। आश्चर्य कर देने वाली बात है कि इस कार्यक्रम में प्रदेश स्तर के नेता तो मौजूद थे लेकिन शहर में भाजपा के पूर्व विधायक नहीं दिखे। चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि पूर्व विधायकों को इस कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया था। करीब सायं 3 बजे अभी इस बात को लेकर खुसर-फुसर ही चल रही थी कि पूर्व विधायक मनोरंजन कालिया के घर से मीडिया को अटल जी के जन्मदिन पर आयोजन किए जाने की सूचना पहुंची।  इससे भी अधिक आश्चर्य इस बात को लेकर हुआ कि कालिया के साथ पूर्व विधायक के.डी. भंडारी व पूर्व मंत्री भगत चूनी लाल के पुत्र मोहिंद्र भगत भी मौजूद थे। प्रदेश अध्यक्ष सांपला के नेतृत्व में जिस समय कार्यक्रम चल रहा था, ठीक उसी समय कालिया के निवास पर भी कार्यक्रम हो गया। 

पशोपेश में वर्कर
भाजपा वर्कर आज दिन भर इस बात को लेकर पशोपेश में रहे कि आखिर वह किस कार्यक्रम में जाएं। एक तो प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्षता वाला कार्यक्रम और दूसरा पूर्व विधायकों की तरफ से आयोजित किया गया कार्यक्रम। कुछ वर्कर यह सोच कर कालिया निवास पर गए कि वहां से आगे पार्टी के कार्यक्रम में चले जाएंगे लेकिन समय के अभाव में उनके लिए यह भी सम्भव नहीं हो सका। कुल मिलाकर पार्टी के वर्कर बंट गए। 

नेताओं के सब समर्थक पहुंचे
बेशक भाजपा की तरफ से सरकार में रहे पूर्व नेता व उनके समर्थक पार्टी की तरफ से शीतला मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए लेकिन दिलचस्प बात है कि नेताओं के खासमखास पार्टी के शीतला मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद रहे। इसमें पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के खासमखास अनिल सच्चर व के.डी. भंडारी के खासमखास व पूर्व मेयर सुनील ज्योति शामिल हैं। यह दोनों नेता ही कालिया के निवास पर आयोजन के दौरान नहीं थे। 

लुधियाना में लगी आग का धुआं जालंधर में 
लुधियाना में हुई भाजपा की बैठक के दौरान जो आग भाजपा जिला जालंधर के अध्यक्ष रमेश शर्मा ने लगाई थी उसी का असर अब जालंधर में भाजपा की राजनीति में नजर आने लगा है। जानकारी के अनुसार रमेश शर्मा ने लुधियाना की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव संतोष कुमार के सामने यह बात उठाई थी कि जो नेता वर्षों से विधायक की टिकट ले रहे हैं या विधायक की टिकट एक ही परिवार में वर्षों से चल रही है उससे भाजपा वर्कर का मनोबल टूट रहा है। विधायक की टिकट के लिए नए चेहरे आगे नहीं लाए जा रहे जिस कारण वर्कर परेशान हैं। शर्मा ने बाकायदा कुछ विधायकों के नाम लेकर एतराज जताया था कि पहले उनके परिवार के लोग और अब वह खुद क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ये लोग पहले 5-10 वर्ष पार्षद रहकर और बाद में उसी क्षेत्र से विधायक बनकर काम कर रहे हैं जबकि जमीनी वर्कर को आगे आने का अवसर नहीं मिल रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है कि इसी बैठक में नार्थ की डर्टी राजनीति का मामला भी उठा था। शर्मा ने कुछ विधायकों की तरफ से अपने ही क्षेत्र में आते भाजपा उम्मीदवारों को निकाय चुनावों में हरवाने के खेल का खुलासा किया था। सूत्रों का कहना है कि जालंधर में आज अटल जी के जन्मदिन पर अलग-अलग हुए कार्यक्रम इसी खींचतान का हिस्सा थे। 


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