सिविल अस्पताल में डोप टैस्ट करवाने वाले असला धारक हो जाएं सावधान

punjabkesari.in Friday, Nov 27, 2020 - 12:53 PM (IST)

अमृतसर(दलजीत):  अमृतसर के डोप टैस्ट करवाने वाले असल आधार सावधान हो जाएं। जिला स्तरीय सिविल अस्पताल के बाहर कुछ लालची व्यक्ति जाली डोप टैस्ट करवाने के चक्कर में असला धारकों को अपने मकडज़ाल में फंसाने की कौशिश कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला तब सामने आया, जब एक धारक को नैगेटिव रिपोर्ट देने का दावा करने वाले एक व्यक्ति अपने चक्कर में फंसाने का चक्रव्यू रहता रहा। अस्पताल के लैब टैक्नीशियन राजेश शर्मा के मामला ध्यान में आते ही उन्होंने तुरंत धारकों को सुचेत रहने के लिए कहा तथा उच्च अधिकारियों को मामले की शिकायत की।

जानकारी के अनुसार अमृतसर के सिविल अस्पताल में डोप टैस्ट को दलालों ने कमाई का जरिया बना लिया है। वीरवार को इस अस्पताल में एक दलाल पहुंचा। इस दौरान डोप टैस्ट करवाने के लिए भारी संख्या में असला धारक आए थे। यूरिन सैंपल देकर जब ये लोग बाहर निकल रहे थे तो यह दलाल देखता रहा और फिर एक दो को रोककर कहा कि आपकी रिपोर्ट पाजिटिव आ सकती है। यदि नैगेटिव रिपोर्ट चाहिए तो मुझे बताओ, मैं बहुत कम पैसे में आपको नैगेटिव रिपोर्ट तैयार का दूंगा। इस दलाल को यह मालूम नहीं था कि एक असला धारक ने इसकी शिकायत सिविल अस्पताल में कार्यरत सीनियर लैब टैक्नीशियन राजेश शर्मा से कर दी है। राजेश शर्मा जैसे ही उसके पास पहुंचे, वह तेजी से रफूचक्कर हो गया।

राजेश शर्मा ने डोप टैस्ट करवाने आए लोगों को बता दिया था कि इसकी सरकारी फीस 1500 रुपए है, जबकि 10 रुपए की पर्ची भी कटवानी पड़ती है। इसके अतिरिक्त और कोई शुल्क नहीं लगता, न ही कोई बाहरी व्यक्ति टैस्ट रिपोर्ट दे सकता है। वहीं दलाल बाहर खड़ा होकर असला धारकों की ताक में था। इस घटना की जानकारी पुलिस को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के लोग भारी भरकम पैसा लेकर जाली रिपोर्ट तैयार करने का काम करते हैं। ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। खास बात यह है कि डोप टैस्ट रिपोर्ट की प्रशासन द्वारा क्रास चैकिंग नहीं करवाई जा रही। उधर, अस्पताल प्रशासन अब सी.सी.टी.वी. फुटेज खंगालने में जुटा है, ताकि इस शख्स की पहचान की जा सके।

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