सरकारी खजाने से 121 करोड़ खर्च कर बादल परिवार ने लिए हैलीकॉप्टरों के मजे: सिद्धू

punjabkesari.in Monday, Jul 16, 2018 - 03:45 PM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): शिअद-भाजपा सरकार के 10 वर्षों के दौरान बादल परिवार ने सरकारी खजाने से 121 करोड़ 15 लाख रुपए खर्च करके प्राइवेट व चार्टेड हैलीकॉप्टरों के मजे लिए। यह खुलासा स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने किया। सिद्धू ने कहा कि आर्थिक दुश्वारियां झेल रहे व कर्ज से दबे हुए पंजाब के खजाने की इतनी निर्दयता के साथ लूट की गई कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल सरकारी खर्चे पर हैलीकॉप्टर में घूमते हुए 500 रुपए का दैनिक सफर भत्ता भी लगातार हासिल करते रहे।  

सिद्धू ने कहा कि सरकारी खजाने की लूट के लिए नियमों को कैसे ताक पर रखा गया इसका उदाहरण यह है कि पूर्व सी.एम. की पत्नी सुरिंद्र कौर बादल के 2 बार अमरीका में इलाज करवाने जाने का करीब 8 लाख रुपए का खर्च बिना ट्रैवङ्क्षलग टिकटों या बोर्डिंग पास के ही जारी कर दिया गया।  सिद्धू ने कहा कि इस तरह के खुलासों संबंधी आगामी दिनों में वह 5 पत्रकार वार्ताएं करेंगे और बादल परिवार की लूट को उजागर करेंगे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा कि उनके मित्र विधायक संगत सिंह गिलजियां के पुत्र दलजीत सिंह गिलजियां द्वारा आर.टी.आई. एक्ट के तहत उक्त सारी जानकारी हासिल की गई है कि किस तरह से शिअद-भाजपा सरकार के दौरान प्राइवेट व चार्टर्ड उड़ानों पर बेतहाशा खर्च किया गया। वहीं साथ ही बातचीत करते हुए मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि बादल सरकार ने पंजाब की आथिक हालत को धक्का दिया है। आने वाले छह महीने में राज्य की आर्थिक हालत मजबूत होंगे। 

सिद्धू ने कहा कि चार्टर्ड व प्राइवेट हैलीकॉप्टरों का ज्यादातर इस्तेमाल बादल परिवार जिसमें प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल व बिक्रम सिंह मजीठिया शामिल हैं, द्वारा ही किया गया है। सिद्धू ने कहा कि एक तरीके से यह कहा जा सकता है कि ‘मुफ्त का चंदन, घिस मेरे नंदन’ जैसा हाल था और असल में सुखबीर बादल के लिए यह उसके ‘बाप के राज’ जैसा ही था क्योंकि जिस बेदर्दी के साथ जनता के टैक्स को खर्च किया गया है, वैसा कोई नहीं करता। सिद्धू ने कहा कि कै. अमरेंद्र सिंह की अगुवाई वाली सरकार द्वारा आज तक किसी भी मंत्री के लिए एक बार भी चार्टर्ड या प्राइवेट हैलीकॉप्टर किराए पर नहीं लिया है। सिर्फ 2 बार राज्यपाल की यात्रा के लिए और डेरा सिरसा को सजा सुनाए जाने के समय डी.जी.पी. व चीफ सैक्रेटरी के दौरे के लिए यह सेवा ली गई, जिस पर मात्र 37.85 लाख रुपए का खर्च किया गया। कैप्टन सरकार बनने के बाद सरकारी हैलीकॉप्टर के पैट्रोल खर्च पर भी 9 माह के दौरान 22 लाख रुपए खर्चे गए हैं। 

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