पंजाब सरकार विधानसभा के विशेष सत्र में बिजली मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करे : प्रताप सिंह बाजवा

punjabkesari.in Monday, Jan 13, 2020 - 03:57 PM (IST)

जालंधर(रमनदीप सोढी): पंजाब में बिजली के रेटों को लेकर सियासत लगातार गर्मा रही है। इसमें जहां अकाली दल कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है, वहीं कांग्रेस इसका सेहरा पूर्व अकाली-भाजपा सरकार पर मढ़ रही है जबकि ‘आप’ पार्टी का कहना है कि इसके लिए दोनों ही जिम्मेदार है। इस मुद्दे पर जब गुरदासपुर से राज्य सभा मैंबर प्रताप सिंह बाजवा से बात की गई तो उन्होंने पंजाब की कैप्टन सरकार व अकाली दल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिजली मामले में अकाली का हाल ‘उलटा चोर कोतवाल को डांटे’ वाला है। पूरा पंजाब इस समय अकाली दल की गलतियों का खामियाजा भुगत रहा है। 

 

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरो जवाहर लाल नेहरू की मदद के साथ भाखड़ा डैम लेकर आए थे। भाखड़ा-ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड तकरीबन 3000 मैगावाट बिजली पैदा करता है। यह बिजली 24 पैसे यूनिट पड़ती है। हमें पूरे भारत में साढ़े 4 रुपए सैंट्रल ग्रिड से बिजली मिलती है। जबकि हम गोइंदवाल थर्मल प्लांट से 9 रुपए प्रति यूनिट बिजली लेते रहे हैं जो सरासर लूट है। सुखबीर बादल द्वारा इस मामले की सी.बी.आई. जांच करवाने की बात पर उन्होंने कहा कि इसकी सी.बी.आई. जांच की बिल्कुल जरूरत नहीं है। आगामी विधानसभा के विशेष सत्र में पंजाब सरकार इस पर श्वेत पत्र जारी कर जनता को बताया जाए कि किस तरह इन्होंने पंजाब के लोगों से लूट की है। साथ ही तीनों बड़े थर्मल प्लाटों के साथ हुए वायदों का टैक्नो ऑडिट करवाया जाए। 


सुखबीर ने पंजाब के लोगों को यह कहकर मूर्ख बनाया कि वह पंजाब को बिजली मामले में सरप्लस बनाकर यह बिजली दूसरे देशों को बेचेंगे जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। अगर आज भी कांग्रेस सरकार ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया तो आने वाले समय में पंजाब के लोगों को बिजली बिलों के बढ़े हुए रेट के और झटके लगेंगे। 
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने गुटका साहिब की कसम खाकर जितने भी वायदे किए थे। उनमें से आज तक कोई वायदा पूरा नहीं किया और मैं कैप्टन साथ तब तक नहीं चलूंगा जब तक वह अपने वायदे पूरे नहीं कर लेते। 

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