बादल परिवार व अन्य दोषियों के खिलाफ जत्थेदार अकाल तख्त को सख्त एक्शन लेना चाहिएः बक्शी परमजीत सिंह

punjabkesari.in Monday, Sep 21, 2020 - 06:56 PM (IST)

जालंधर/नई दिल्ली (चावला): गुरु ग्रंथ साहिब के 328 स्वरुप गायब होने के पीछे जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए यह कहना है सिख ब्रदर्सहुड इंटरनैशनल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बक्शी परमजीत सिंह का। बक्शी परमजीत सिंह ने कहा आज सिखों की पगड़ी उतरती है, उतारने वाले भी सिख है यह हमारे लिए बहुत ही शर्मिन्दगी की बात है। 

उन्होंने कहा अगर कोई भी सरकार यां गैर सिख हमारी दस्तार पर हाथ डालता है तो उस समय समुचा सिख पंथ उसके खिलाफ आवाज उठाता है और उठानी भी चाहिए पर हमारे अपने ही जब ऐसा करते हैं, शिरोमणी प्रबंधक कमेटी, दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के लोग ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कार्यवाई क्यों नहीं, जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब को इस पर कोई प्रस्ताव पारित कर यह यकीनी बनाया जाना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुष लग सके। उन्होंने कहा मेरे पिता बक्शी जगदेव सिंह ने एक नारा दिया था जे सिख सिख नू ना मारे तो कौम कदे ना हारे। आज हमारी कौम का जो हशर हो रहा है शायद इसलिए ही है कि हम आपस में ही भिड़ते जा रहे हैं।

बक्शी परमजीत सिंह ने कहा इतिहास के पन्ने अगर हम खोलें तो सिख कौम का ज्यादा नुकसान अकाली दल की सरकार के समय ही होता आया है, दूसरी सरकारें तो इनकी फैलाई खिचड़ी को साफ करने में ही लगे रहते हैं। 1978 का निरंकारी काण्ड, बहबल काण्ड, बरगाड़ी काण्ड, डेरा मुखी को माफी सब इनके कार्यकाल में ही हुआ है इसलिए हमें बादल परिवार और इनके चहेतों से सुचेत रहने की आवश्यकता है नहीं तो आने वाले दिनों में यह लोग पंथ का ना जाने और कितना नुकसान कर देंगे।

Mohit