पानी की बंदी के खिलाफ किसानों ने  गांव रुपाना में सड़क की जाम

punjabkesari.in Saturday, Jul 28, 2018 - 09:18 PM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): पहले ही आॢथक मंदहाली से गुजर रहे व समय की सरकारों और प्राकृतिक आपदाओं का शिकार हो रहे किसान वर्ग पर हमेशा ही कोई न कोई समस्या और मुश्किल खड़ी रहती है परन्तु इसके बावजूद भी किसानों की मुश्किलों को हल करने वाला शायद कोई भी नहीं है और किसानों के दर्द को समय की सरकारों ने कभी नहीं समझा। 

इस समय किसानों के लिए जो बड़ी समस्या सामने है, वह है खेतों में पानी की कमी की। वर्तमान में किसानों को धान की फसल के लिए पानी की बड़ी जरूरत है परन्तु नहर विभाग ने इस क्षेत्र के कई रजबाहों में एक हफ्ते के लिए नहरी पानी की बंदी कर रखी है। जिस कारण किसान बेहद परेशान हैं, क्योंकि किसानों के खेतों में लगे ट्यूबवैलों वाली बिजली भी किसानों को पावरकाम विभाग द्वारा दिन में सिर्फ 8 घंटे ही दी जाती है। सोथा फीडर वाली बिजली पिछले 3 दिन बंद ही रही है। जिस कारण किसान ट्यूबवैल चला कर भी पानी नहीं लगा सकते। मजबूरीवश कुछ किसान डीजल इंजनों में 70 रुपए प्रति लीटर तेल डाल कर या ट्रैक्टरों पर जैनरेटर चला कर ट्यूबवैल चला रहे हैं और अपने खेतों को पानी लगा रहे हैं।

गांव झींडवाला से निकलने वाला भागसर रजबाहा बंद पड़ा है और लक्खेवाली सब-माइनर में भी पानी की बंदी है। पाका वाली कस्सी और भंगचड़ी से खुंडे हलाल के बीच पड़ती कस्सी भी बंद पड़ी है। गांव रुपाना, धिगाना, फूल्लेवाला, दबड़ा, तामकोट, भंगचड़ी आदि के किसान भी नहरी पानी बंदी से प्रभावित हैं और इन गांव के किसानों ने थक हार कर गत शाम इकटठे होकर गांव रुपाना में नहर के पुल व सड़क पर विभाग के खिलाफ रोष धरना लगाया और सड़क को जाम कर नारेबाजी भी की।

इस दौरान नहर विभाग के एस.डी.ओ. रमनदीप सिंह संधू और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों के साथ बातचीत की परन्तु इस बातचीत का परिणाम कोई नहीं निकला। दूसरे गांवों के किसानों ने भी जिला प्रशासन के अधिकारियों से मांग की है कि बंद पड़े रजबाहों में पानी छोड़ा जाए। किसानों का आरोप है कि उक्त विभाग के अधिकारी किसानों को जान बूझकर परेशान कर रहे हैं जबकि उनको यह पता है कि धान और अन्य फसलों के लिए नहरी पानी की इस समय जरूरत है। 

Des raj