दिल्ली जाने से पहले किसान नेता राजेवाल का बड़ा बयान आया सामने

punjabkesari.in Tuesday, Nov 24, 2020 - 12:04 PM (IST)

समराला (गर्ग, बंगड़): भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के राष्ट्रीय प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने न्योता दिया है कि किसान आंदोलन में हर पंजाबी शांति बना कर किसानों के हक में 26 नवंबर को सड़कों पर निकल कर खेती बिलों खिलाफ अपना विरोध दर्ज करवाए। उन्होंने दावा किया कि 'दिल्ली चलो' आंदोलन दुनिया में नया इतिहास रचेगा। राजेवाल ने कहा कि किसान आंदोलन के 26 और 27 नवंबर के 'दिल्ली चलो' प्रोग्राम के लिए सभी पंजाब में भरपूर स्वीकृति मिल रहा है। किसानों में अथाह जोश है और वह हर गांव में लगातार चलने वाले इस धरने के लिए राशन, लकड़ी और लंगर और रातें ठहरने के लिए तंबू आदि के प्रबंध में व्यस्त हैं।

राजेवाल ने मोदी सरकार के अड़ियल और किसान विरोधी व्यवहार की सख़्त शब्दों में निंदा करते कहा कि मोदी सरकार एक-एक करके देश के हर अदारे को अमीरों को बेची जा रही है। कुछ व्यापारिक घराने मोदी सरकार की मिलीभगत के साथ बैंकों का लाखों करोड़ लूट कर रफ़ूचक्कर हो गए हैं। सारी स्थिति को जांच से हर बुद्धिमान शहरी को यह चिंता हो रही है कि कहीं मोदी और उनके देश को कुछ कॉर्पोरेट घरानों का गुलाम न बना दे। 

उन्होंने कहा कि सरकार तानाशाह हो गई है और डिफेंस, तेल क्षेत्र, कोयला क्षेत्र, रेलवे, हवाई अड्डे, संचार साधन आदि सब कुछ अंबानी-अडानी को बेच दिया गया है। देश के बढ़िया चलने वाले अदारे अब घाटे में जा रहे हैं। राजेवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने अब ऐसे कानून बनाने शुरू कर दिए हैं, जिसके साथ बिजली क्षेत्र और आई. टी. सबकुछ कॉर्पोरेट घरानों को बेचा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा खेती क्षेत्र भी कॉर्पोरेट घरानों को सौंपने की योजना को पूरा करने के लिए तीन काले कानून धक्केशाही के साथ पार्लियामेंट में पास करवा लिए गए हैं। इनके विरोध में पिछले छह महीने से आंदोलन चल रहा है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को पंजाब, हरियाणा, यू. पी., राजस्थान और देश के अलग -अलग राज्यों से किसान दिल्ली अपनी बात कहने के लिए लाखों की संख्या में कूच करेंगे क्योंकि सभी देश में रेलों बहुत कम चलाई जा रही हैं, इसलिए हर राज्य के किसानों ने अपनी अपने राज्य में 26 और 27 नवंबर को रोष प्रोग्राम शुरू किए हैं। 


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Tania pathak

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