सिद्धू के आने से पहले कमिश्नर ने सस्पैंड किए 3 बिल्डिंग इंस्पैक्टर

punjabkesari.in Sunday, Jun 17, 2018 - 02:28 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा जालंधर की तर्ज पर लुधियाना में भी दबिश देने की अटकलों के बीच नगर निगम कमिश्नर द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई न करने के आरोप में 3 बिल्डिंग इंस्पैक्टरों को सस्पैंड करने की सूचना है।

अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर सिद्धू द्वारा लगातार बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों को वाॢनग दी जा रही थी, लेकिन स्टाफ पर कोई असर नहीं हुआ तो अमृतसर में एक साथ 5 ए.टी.पीज सस्पैंड कर दिए गए। उसके बाद सिद्धू ने जालंधर का रुख किया, जहां कोई फीस वसूले बिना कालोनियां व बिल्डिंगें बनने दी जा रही थीं। इन बिल्डिंगों में नॉन कम्पाऊंडेबल निर्माण मौजूद होने के बावजूद एक्शन न लेने के आरोप में सिद्धू ने जालंधर में इंस्पैक्टर से लेकर एस.टी.पी. लैवल तक के 8 अफसर सस्पैंड कर दिए हैं।

इस कड़ी में सिद्धू द्वारा लुधियाना में अगला दौरा करने का ऐलान किया हुआ है और बिना कार्रवाई के निर्माण मिलने पर अफसरों को मौके पर सस्पैंड करने की बात भी मंत्री कह चुके हैं। इसके मद्देनजर बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारी भले ही फील्ड में उतरकर अवैध निर्माणों के चालान डालने में जुटे हुए हैं लेकिन इसी बीच कमिश्नर ने अवैध निर्माणों को संरक्षण देने की विभिन्न शिकायतों को लेकर 3 बिल्डिंग इस्पैंक्टरों को सस्पैंड कर दिया गया है।  

ए.टी.पीज को बचाने पर उठ रहे सवाल
अवैध निर्माणों को लेकर सिद्धू द्वारा अब तक लिए एक्शन में अमृतसर व जालंधर में इंस्पैक्टर से लेकर एस.टी.पी. लैवल तक के अफसर सस्पैंड किए गए हैं। लेकिन लुधियाना में यह एक्शन सिर्फ इंस्पैक्टरों तक ही सीमित रहने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं जिसके लिए अवैध निर्माणों की चैकिंग करके चालान डालने व डैमोलेशन करने की पावर इंस्पैक्टर के पास होने की दलील दी जा रही है। सिद्धू ने जालंधर व अमृतसर में यह कहकर बड़े अफसरों को भी सस्पैंड किया है कि पंजाब म्यूनिसिपल कार्पोरेशन एक्ट के सैक्शन 8 के तहत अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी उन अफसरों की भी बनती है। इसे लेकर अगर लुधियाना की बात करें तो ए.टी.पीज द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ एक्शन लेने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही। इसी तरह रिहायशी इलाके में सील की गई बिल्डिंगों को दोबारा खोलकर कमॢशयल गतिविधियां चलाने की मंजूरी देने वाले ए.टी.पी. विजय कुमार ने भी लंबे समय से जोन डी में कब्जा जमाया हुआ है। 

मेयर ने लगातार दूसरे दिन की चैकिंग, अफसरों से मांगी निर्माणाधीन बिल्डिंगों की रिपोर्ट
मेयर बलकार संधू खुद फील्ड में उतर आए हैं जिन्होंने लगातार दूसरे दिन विभिन्न इलाकों का दौरा करके निर्माणाधीन बिल्डिंगों का ब्यौरा जुटाया और चारों जोनों के ए.टी.पी. की मीटिंग बुलाकर अवैध निर्माणों की रिपोर्ट मांगी है। मेयर ने बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों को दू टूक कह दिया कि ऐसा नहीं हो सकता कि कोई अवैध निर्माण उनकी जानकारी में न हो। इसलिए यह यकीनी बनाया जाए कि कोई बिल्डिंग नक्शा पास करवाए बिना न बने और जिन अवैध निर्माणों के चालान डाले जाएं, उनकी असैसमैंट करके जुर्माना वसूलने में भी कोई देरी न हो। इसे लेकर उनके द्वारा चैकिंग रैगुलर जारी रखने की बात कही गई है।  

सिद्धू की योजना की हवा निकालने की कवायद
कमिश्नर के एक्शन को मंत्री की योजना की हवा निकालने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि सिद्धू ने अवैध निर्माणों को लेकर सख्त रुख अपनाया हुआ है और इसके लिए वह जिम्मेदार किसी भी अफसर को बख्शने के मूड में नहीं हैं। ऐसे में अगर सिद्धू लुधियाना का रुख करते हैं तो बड़ी बिल्डिगों व अफसरों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा था। लेकिन उससे पहले कमिश्नर की कार्रवाई को सिद्धू के विजिट में रुकावट खड़ी करने की कोशिश कहना गलत नहीं होगा, क्योंकि जिस काम के लिए सिद्धू ने आना था, वह पहले ही हो गया तो उनके दौरे का क्या औचित्य रह जाएगा।

जोन सी में 3 कालोनियों पर चला बुल्डोजर, स्टूडियो की हुई सीलिंग

सिद्धू की सख्ती के चलते बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारी जहां कई दिन से निर्माणाधीन बिल्डिंगों क ा ब्यौरा जुटा रहे हैं वहीं, उन्होंने अवैध निर्माणों पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है जिसका आगाज जोन सी से किया गया जहां डाबा-लोहारा रोड पर 3 कालोनियों में बुल्डोजर चलाया। जहां मकान तक बने होने से साफ हो गया कि यह कालोनियां नई नहीं, बल्कि काफी देर से बन रही हैं। इनको पहले बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों ने मिलीभगत के चलते नजरअंदाज किए रखा। इसी गिल रोड पर स्टूडियो की बन चुकी बिल्डिंग को सील कर दिया गया जिसमें नॉन कम्पाऊंडेबल निर्माण होने के बावजूद पहले उसे पूरा होने दिया गया।

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