भावनाओं से खिलवाड़; अपाहिज न होते हुए भी दया का पात्र बनने को बैसाखी लेकर घूम रहे भिखारी

punjabkesari.in Monday, Nov 05, 2018 - 08:20 AM (IST)

जालंधर(वरुण): लोगों की भावनाओं से खेलकर भीख मांगने वाले भिखारियों का ग्रुप शहर में काफी सक्रिय है। यह ग्रुप गुरु नानक मिशन चौक और नकोदर चौक पर ज्यादा सरगर्म है। इसमें शामिल व्यक्ति व महिलाओं के शरीर के सभी अंग सही-सलामत हैं, लेकिन फिर भी वे बैसाखी का सहारा लेकर अंगहीन होने का दिखावा करके दया का पात्र बन लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। यह लोग शहर में लूटपाट से लेकर रेकी तक किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।करीब 4 साल पहले नकोदर चौक पर ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे भिखारियों के ग्रुप का पर्दाफाश किया था जिसमें शामिल बच्चे, महिलाएं व पुरुष नकली चोटें व खून के निशान बनाकर भीख मांगते थे।

पहचान छुपाने के लिए 2 घंटे बाद बदल जाता है भिखारी 
आजकल सक्रिय ग्रुप में 8 से 10 सदस्य शामिल हैं। इनमें बच्चे भी हैं। सुबह होते ही रिक्शा पर सवार होकर ग्रुप नकोदर चौक या फिर गुरु नानक मिशन चौक पर आकर साइडों पर बने पार्क में बैठकर सबसे पहले बैसाखी लेकर भीख मांगने वाले सदस्य को चुनकर रेड लाइटों पर उतार देता है। इस ग्रुप में शामिल बच्चे सीधे भीख मांगते हैं जबकि कुछ सदस्य छोटा-मोटा सामान बेचने की आड़ में भिक्षावृत्ति करते देखे जा सकते हैं। 2 घंटे बीत जाने के बाद सदस्य बदल लिया जाता है।  उसे दोबारा उस चौक पर बैसाखी इसलिए नहीं पकड़ाई जाती ताकि कोई उन्हें पहचान न ले।

पुलिसकर्मी ने रोल चेंज होते देखा तो हुआ खुलासा 
गुरु नानक मिशन चौक पर एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी की पार्क में बैठे इन भिखारियों पर नजर पड़ी तो सारा खुलासा हो गया। पार्क में से अपनी टांगों पर चल कर आए एक भिखारी ने पार्क के बाहर आते ही महिला सदस्य से बैसाखी लेकर रोल चेंज करते हुए लंगड़ाकर चल कर रैड लाइट पर खड़े लोगों से भीख मांगनी शुरू की। पुलिसकर्मी ने फौरन उस भिखारी को दबोच लिया। उस पर कोई कानूनी कार्रवाई तो नहीं की गई लेकिन उसे खरी-खोटी सुना कर वहां से भगा दिया और साथ ही उसके ग्रुप को भी चौक से खदेड़ दिया गया।

एंटी बैगर्स स्क्वॉयड बंद होने के बाद बढ़ी सक्रियता
कुछ समय पहले भिखारियों को खदेडऩे के गठित एंटी बैगर्स स्क्वॉयड को बंद कर दिया जा चुका है जिसके चलते भिखारियों की सरगर्मियां बढ़ी हैं। जब उक्त स्क्वॉयड बनाया गया था तो सब-इंस्पैक्टर लखवंत कौर का इसका इंचार्ज बनाया गया था। उस समय शहर के चौराहों से लेकर धार्मिक स्थलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व बाजारों से भिखारियों को खदेड़ दिया गया था जिसके बाद ये लोग छोटा-मोटा सामान बेचना शुरू हो गए थे लेकिन इस स्क्वॉयड के बंद होते ही भिखारियों के ग्रुप दोबारा से शहर में आम दिखने शुरू हो गए। इन भिखारियों की हिस्ट्री से लेकर कोई भी जानकारी पुलिस के पास नहीं है।

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