IG उमरानंगल की गिरफ्तारी के बाद SIT के बड़े खुलासे !

punjabkesari.in Wednesday, Feb 20, 2019 - 03:09 PM (IST)

फरीदकोट: बहबलकलां और कोटकपूरा गोलीकांड में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम(एस.आई.टी.) की जांच में सामने आया कि संगत की तरफ से पुलिस को किसी तरह का उकसाया नहीं गया था। अभी तक पुलिस अधिकारी यह दावा करके बचते आ रहे थे कि संगत ने पुलिस पर हमला कर दिया था। इस दौरान उन्हें फायरिंग करनी पड़ी, जिस कारण 2 नौजवानों की मौत हो गई। 

दूसरी तरफ़ इस मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि आई. जी. परमराज सिंह उमरानंगल ने ना तो लुधियाना शहर से रवानागी का समय डाला और ना ही अपनी आने की जानकारी दी । एस. आई. टी. ने लुधियाना सीटी के 182 मुलाजिमों को जांच में शामिल किया तो उन्होंने एक ही बात कही कि उमरानंगल सर के ही आदेश थे।जांच में यह भी सामने आया है कि कोटकपूरा में 6 बजे पुलिस फायरिंग की गई जबकि लुधियाना सिटी पुलिस 4 बजे ही कोटकपूरा पहुंच गई थी। एस. आई. टी. की जांच में यह भी सामने आया कि लुधियाना में पुलिस को दिन के समय ही आदेश मिल गए होंगे कि 4 बजे कोटकपूरा पहुंचना है, इसका मतलब फायरिंग पहले से ही निश्चित थी। वहीं अब तक सबसे बड़ी बात जो सामने आई है कि बहबलकलां और कोटकपूरा फायरिंग में संगत की तरफ से पुलिस को भड़काया नहीं गया था।

एस. आई. टी. के अधिकारी आई. जी. कुंवर विजय प्रताप ने इसकी पुष्टि की है और कहा कि अब जांच में सामने नहीं आया कि संगत की तरफ से पुलिस पर हमला किया गया हो, जिस कारण पुलिस को गोली चलानी पड़ी। इस मामले में पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सिंह सैनी के करीबी माने जाते पूर्व एस.एस. पी. चरनजीत शर्मा और आई. जी. परमराज सिंह उमरानंगल की गिरफ़्तारी के बाद अब पूर्व डी. जी. पी. पर भी शिकंजा कसने लगा है। एस. आई. टी. एक ही सवाल पहल के आधार पर कर रही है कि आखिरकार लुधियाना सिटी पुलिस कमिशनर परमराज सिंह उमरानंगल को किसने कोटकपूरा भेजा था जबकि उक्त इलाका उनके अधीन आता ही नहीं था। फिर वह किसके आदेशों पर लुधियाना से भारी पुलिस लेकर कोटकपूरा पहुंचे थे? 

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