सोशल मीडिया की हसीन लड़कियों से रहें सावधान! जाल में फंसे तो हो सकते हैं कंगाल

punjabkesari.in Thursday, Apr 06, 2023 - 12:00 PM (IST)

फगवाड़ा (जलोटा): सोशल मीडिया पर कुछ खूबसूरत अनजान लड़कियों द्वारा सोची-समझी साजिश के साथ ब्लैकमेलिंग रैकेट चलाने के मामले हाल के वर्षों में बढ़ती चिंता का विषय बने गए हैं। पुलिस रिकॉर्ड इस तथ्य का प्रमाण है कि सोशल मीडिया के बढ़ते चलन के साथ ऐसे असंख्य मामले बेनकाब किए गए हैं जहां पर मासूम लोगों को ये हसीनाएं अपने शब्दों के मकड़जाल में ऐसी फांसती हैं कि किसी को इन पर शंका ही नहीं होती है कि वह इनका शिकार हो रहा है।

हाल ही में ऐसा ही एक मामला मोहाली से सामने आया है जहां पर लुधियाना के एक बड़े राजनेता के पुत्र सहित कई लोगों को सोशल मीडिया पर अपनी खूबसूरत फोटो और वीडियों डाल एक 10वीं पास हसीन युवती जो बहुत जल्द अमीर बनने का सपने पाले हुई थी, ने ब्लैकमेल किया और लाखों रुपए हासिल किए। अब यह हसीना जिसके सोशल मीडिया की एक बहुचर्चित एप पर 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स बताए जाते हैं, को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

ओडियो और वीडियो कॉलिंग से शुरू होता है सारा खेल

वीडियो कॉलिंग से लेकर सोशल मीडिया पर भांति प्रकार की एप्स का उपयोग कर वह सब किया जाता है कि जिससे इनका शिकार हुआ व्यक्ति मजबूरी में इनके द्वारा की जाती ब्लैकमेलिंग के कारण पैसों की मोटी रकमें अदा करता रहता है। देश सहित विदेशों में ऐसे कई रैकेट सक्रिय हैं जो आकर्षक युवा महिलाओं का उपयोग करके पुरुषों को आपत्तिजनक स्थितियों में लुभाने के लिए काम करते हैं और फिर उन्हें पैसे या अन्य एहसानों के लिए ब्लैकमेल करते हैं। सोशल मीडिया के उदय ने इन रैकेटों के लिए काम करना आसान बना दिया है।


बेहद सरल है इन ब्लैमेलिंग रैकेटों की कार्यप्रणाली

इन ब्लैकमेलिंग रैकेटों की कार्यप्रणाली काफी सरल है। इनमें जहां खुद कई जवान हसीन लड़कियां शामिल हैं वहीं कुछ शातिर गैंग्स इस काले घिनौने धंधे में सक्रिय हैं। यह फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिंडर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर्षक महिलाओं की फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं। फिर वह पुरुषों के साथ जुड़ने और उनके साथ बातचीत में संलग्न होने के लिए इन प्रोफाइल का उपयोग करते हैं। समय के साथ बातचीत अधिक अंतरंग होती जाती है और पुरुषों को महिलाओं के साथ नग्न तस्वीरें या वीडियो सांझा करने के लिए लुभाया जाता है। यह काम इतनी चतुराई से किया जाता है कि इनके शिकार होने वालों को तब पता चलता है जब वह इनके शिकार हो जाते हैं।


एक बार आपत्तिजनक सामग्रियों को सांझा किया तो बस फंसे

एक बार जब पुरुषों ने इन आपत्तिजनक सामग्रियों को सांझा कर लिया तो यह रैकेट अपने असली इरादों का खुलासा करते हैं। वे सामग्री को पुरुषों के दोस्तों और परिवार के साथ साझां करने की धमकी देते हैं या यहां तक कि उन्हें ऑनलाइन पोस्ट करते हैं जब तक कि पुरुष उन्हें बड़ी राशि का भुगतान नहीं करते हैं। कुछ मामलों में वह अन्य अहसानों के लिए भी पूछ सकते हैं जैसे कि गोपनीय जानकारी लीक करना या अवैध गतिविधियों का प्रदर्शन करना।


कुछ गैंग्स को ट्रेस करना बेहद मुश्किल कार्य

इन रैकेटों के सफल होने का एक और कारण यह है कि उन्हें अक्सर ट्रेस करना मुश्किल होता है। रैकेट नकली नामों, नकली प्रोफाइल का उपयोग करते हैं, और अक्सर उन देशों से संचालित होते हैं जहां कानूनी प्रणाली कमजोर या भ्रष्ट है। इससे कानून प्रवर्तन एजैंसियों के लिए अपराधियों का पता लगाना और उन्हें न्याय के कटघरे में लाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।


अजनबियों से हर स्तर पर सोशल मीडिया पर बनाएं दूरी

यदि सोशल मीडिया पर आपके पास कोई आकर्षक अजनबी है तो हर स्तर पर सतर्क रहें और बहुत अधिक व्यक्तिगत जानकारी को बहुत जल्दी प्रकट न करें। यदि आप उनके साथ बातचीत में संलग्न हैं तो ध्यान रखें कि वे आपको एक समझौता स्थिति में लुभाने की कोशिश कर सकते हैं।

दूसरा, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अपनी साइटों पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री के लिए अधिक जिम्मेदारी लेने की आवश्यकता है। उन्हें नकली प्रोफाइल का पता लगाने और हटाने में सक्रिय होना चाहिए और इन रैकेटों को संचालित करने से रोकने के लिए उनके पास अधिक मजबूत उपाय होने चाहिए। उन्हें अपराधियों को ट्रैक करने में मदद करने के लिए कानून प्रवर्तन एजैंसियों के साथ अधिक निकटता से काम करना चाहिए। अंत में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इन अपराधों को अधिक गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Kalash

Recommended News

Related News