भगवंत मान ने तो छोड़ दी थी, पर विपक्षी अभी भी कहते हैं शराबी

punjabkesari.in Friday, May 10, 2019 - 10:43 AM (IST)

जालंधर। भले ही संगरूर के सांसद भगवंत मान ने शराब की लत से छुटकारा पा लिया हो, लेकिन अब शराबी शब्द उनके प्रोफाइल से इस कदर चिपक गया है कि वह चाह कर भी इसे अपने नाम से अलग नहीं कर सकते। उनका शराब पीना भी विपक्षी दलों के लिए मुद्दा था और जब उन्होंने शराब छोड़ दी तब भी विपक्ष के नेता उन्हें बख्श नहीं रहे हैं। संगरूर में एक जनसभा में कांग्रेस के उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों ने कहा कि चुटकुले सुनाने वाला भगवंत मान जैसा सांसद संसद में शराब पीकर बैठा हो तो वह अपने क्षेत्र के लोगों के लिए क्या ला सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने कार्यकाल में 120 यूनिवर्सिटीज दी लेकन भगवंत मान अपने क्षेत्र के लिए एक भी यूनिवर्सिटी नहीं ला पाए।

 

मैं पहले पीता था

भगवंत मान को यह चुनाव से पहले पता था कि उन्हें विपक्ष चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें शराब पीने के मुद्दे को लेकर घेरेगा। इसलिए उन्होंने आम आदमी पार्टी के सियासी मंच से ऐलान किया था कि उन्होंने इस साल एक जनवरी से शराब छोड़ दी है। उन्होंने मंच से जन सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि "मैं पहले शराब पीता था लेकिन एक दिन मेरी मां ने मुझे कहा कि जनता की सेवा करने के लिए शराब रुकावट पैदा करती है और तू शराब छोड़ दे"। "मेरी मां के कहने से इस साल 1 जनवरी से मैंने हमेशा के लिए शराब पीनी छोड़ दी और अब मेरे जीवन का एक-एक मिनट पंजाब के लोगों के लिए समर्पित है"। 

 

अब शराब छोकर पंजाब को समर्पित जीवन

भगवंत मान को लगा कि चुनावी अखाड़े में यह सब कहने से भी वह विपक्षियों के शब्दबाणों से नहीं बच पाएंगे। इसलिए उन्होंने वंत मान की तरफ से पंजाब की जनता के नाम एक चिट्टी लिखी और इस चिट्ठी को उन्होंने डोर-टू-डोर कैंपेन के अंतर्गत घरों में बटवाया। उनकी इस चिट्ठी को लेकर भी विपक्षी दलों के नेताओं ने तीक्षी प्रतिक्रिया जाहिर की। इस चिट्ठी में भगवंत मान ने लिखा है कि उन्होंने पंजाब के लिए अपना एक्टिंग और स्टैंड अप कॉमेडी का प्रोफेशन भी छोड़ दिया और शराब पीने की उन्हें जो लत थी वो भी छोड़कर अब उन्होंने अपना पूरा जीवन पंजाब के लोगों के लिए समर्पित कर दिया है।  

मान के पक्ष में उतरी पार्टी

हालांकि चिट्ठी में मान द्वारा शराब छोड़ देने की बात लिखे जाने को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता उनके पक्ष में उतर गए हैं। आदमी पार्टी के नेता और पंजाब में पार्टी की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन अमन अरोड़ा ने का कहना है कि विपक्ष और मीडिया  सिर्फ भगवंत मान के शराब की लत छोड़ देने में ज्यादा रूचि दिखा रहे हैं। जबकि चिट्टी में पंजाब के अन्य मुद्दों का भी जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि चिट्ठी में मान ने इसलिए शराब छोड़ने का जिक्र किया था ताकि चुनाव प्रचार में जब उन पर  शराबी होने का आरोप लगे तो जनता को पहले ही पता होना चाहिए कि वास्तविकता क्या है।

 

पुरानी वीडियो वायरल कर सकते हैं विरोधी

भगवंत मान का कहना है कि चिट्ठी में लिखने में बुराई ही क्या है। मैं यह बात एक विशाल जनसभा में भी कह चुका हूं। तब उनका कहना है कि चुनाव में हो सकता है कि विरोधी मेरी कोई पुरानी वीडियो या पुरानी बातें वायरल कर लोगों को प्रभावित करें जिस कारण लोगों को यह बताना प्राप्ति के साथ-साथ बेहद जरूरी था। मैं तो कहता हूं कि सुखबीर बादल को भी लोगों को बताना चाहिए कि वह क्या-क्या काम करते हैं। गौरतलब है कि विपक्षी पार्टियां-अकाली दल और कांग्रेस ने चिट्ठी को लेकर कहा था कि अगर भगवंत मान ने शराब पीना छोड़ दिया तो ये आम आदमी पार्टी या उनकी खुद की कोई उपलब्धि नहीं है। ऐसा भगवंत मान ने अपनी जीवनशैली और आदतों को सुधारने के लिए किया है।

Suraj Thakur