कैप्टन और बादल पर बरसे भगवंत मान, कहा- कृषि विधेयकों के बारे इनको थी पूरी जानकारी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 29, 2020 - 06:01 PM (IST)

लुधियाना (सलूजा): आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान व सांसद भगवंत मान ने ऐलान किया कि ग्राम सभा बनाओ-पंजाब बचाओ मुहिम से आप किसान विरोधी बिलो को रद्द करवाएगी। इस मुहिम का आगाज संगरूर के गांव घराचो से 30 सितम्बर से किया जाएगा। भगवंत मान ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ग्राम सभा के लिए केवल गांव के 20 फीसदी लोगों की शमूलियत जरूरी है। इसमें 18 वर्ष से अधिक के लड़के व लड़कियां भी शामिल हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के 12500 गांव है। इतनी संख्यां में ग्राम पंचायतें बनाकर मोदी सरकार को सूची भेज दों कि किसान विरोधी बिलों को रद्द करने के लिए केन्द्र सरकार मजबूर हो जाए।

उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए यह भी खुलासा किया कि अडानी ग्रुप ने पंजाब के जिला मोगा के गांव डगरू में इन किसान विरोधी बिलो के आने से पहले ही इतनी बड़ी जमीन ले ली थी कि इस स्थान पर सीधे रेल गाड़ी माल लेकर आ व जा सकती है। इस डील के समय कोई अश्टाम ड्यूटी नहीं लगी थी। मिट्टी के भाव में ही यह डील फाइनल हो गई थीं। इन्हीं बिलों को लेकर पिछले वर्ष 2019 में भाजपा की केन्द्रीय सरकार ने भाजपा से संबधित 5 राज्य सरकारों की मीटिंगें की। उसको बाद केन्द्र सरकार ने पंजाब समेत दो तीन कांग्रेस पार्टी की अगवाई वाली राज्य सरकारों को भी अगली मीटिंगों में शामिल होने का न्यौता दे दिया। जिसमें पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व वित्त मंत्री पंजाब मनप्रीत सिंह बादल भी शामिल हुए। इन्होंने यह बात पुछने की जरूरत ही नहीं समझी कि इससे पहले हुई मीटिंगों में क्यां हुआ है। 

भगवंत मान ने कहा कि अकाली दल बादल तो पहले ही मोदी सरकार की हां में हां मिलाता आ रहा था। जब तक संसद में किसान विरोधी आर्डीनैंस पारित नहीं हो गए तब तक अकाली दल बादल इन बिलो को सही ठहराता रहा। जब पंजाब में किसान उठ खड़े हुए तों फिर सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत कौर बादल ने केन्द्रीय की वजीरी छोड़ने व भाजपा से गठजोड़ तोड़ने का ऐलान करके किसानों के साथ खड़े होने का ड्रामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि 1920 में शिरोमणि अकाली दल का गठन हुआ लेकिन आज अकाली दल दो लोगों तक ही सिमट कर रह गया है। एक सुखबीर सिंह बादल व दूसरे हरसिमरत कौर बादल। 

भगवंत मान ने कहा कि अकाली व कांग्रेसी आपिस में मिले हुए है। इन दोनों को पहले से ही किसान विरोधी बिलों के पारित होने की जानकारी थी। आप के पंजाब मामलों के इंचार्ज व विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार देश के बड़े पूंजीपतियों की झोली में गिर चुकी है जो यह पूंजीपति चाहते है, वहीं मोदी सरकार कर रही है। सरकार को इस बात से कुछ लेना देना नहीं कि यह किसान विरोधी है या फिर आम जनता विरोधी। 


 

Mohit