श्री अकाल तख्त साहिब पर मनाई भाई दिलावर सिंह की बरसी, खालिस्तान जिंदाबाद के लगे नारे

punjabkesari.in Tuesday, Sep 01, 2020 - 10:37 AM (IST)

अमृतसर(अनजान): श्री अकाल तख्त साहिब पर हर साल की तरह अकाली दल अमृतसर, जत्थेदार हवारा ग्रुप, दल खालसा और भाई दिलावर सिंह के परिवार द्वारा दिलावर सिंह की बरसी पर श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग डाले गए। इसके उपरांत सरबत खालसा द्वारा स्थापित किए गए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार भाई जगतार सिंह हवारा का संदेश उनके धर्म पिता गुरचरन सिंह पटियाला द्वारा पढ़ा गया। इस दौरान सिमरनजीत सिंह मान के सुपुत्र और अकाली दल अमृतसर ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

गुरचरन सिंह पटियाला ने कहा कि पंथक जत्थेबंदियों में आपसी मतभेद चाहे जितने मर्जी हों, परन्तु जब सिखों के मूल सिद्धांतों पर हकूमती पहरे लगाए जाएं तो उस मौके समूह पंथक धड़े को आपसी मतभेद एक तरफ रख कर इसके विरोध में आगे आना जरूरी है। अगर हम ऐसा नहीं करते तो फिर यह स्पष्ट हो जाएगा कि हम धर्म के लिए नहीं, पक्षों के लिए लड़ रहे हैं। श्री अकाल तख्त साहिब के एडी. हैड ग्रंथी भाई मलकीत सिंह द्वारा भाई दिलावर सिंह के पारिवारिक सदस्यों को सिरोपा देकर सम्मानित भी किया गया।  

‘श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के लापता स्वरूपों बारे ज्ञानी हरप्रीत सिंह और लौंगोवाल द्वारा गठित कमेटी पर हमें यकीन नहीं’
समागम की समाप्ति उपरांत अकाली दल अमृतसर के ईमान सिंह मान, जरनैल सिंह सखीरा, हरबीर सिंह संधू, गुरसेवक सिंह जवाहरके, जसवंत सिंह काहन सिंह वाला, बीबी च_ा, अमरीक सिंह नंगल, हरपाल सिंह और मास्टर करनैल सिंह पर आधारित बनाई गई 7 सदस्यीय कमेटी ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय जाकर भाई गोङ्क्षबद सिंह लौंगोवाल के निजी सचिव महेन्द्र सिंह को मैमोरंडम सौंपते हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 328 लापता हुए स्वरूपों का पता बताने के लिए बातचीत की। शिरोमणि कमेटी कार्यालय के बाहर ईमान सिंह ईमान, यशवंत सिंह काहन सिंह वाला और गुरसेवक सिंह जवाहरके ने पत्रकारों से कहा कि श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के पवित्र स्वरूप बारे जो ज्ञानी हरप्रीत सिंह और लौंगोवाल द्वारा कमेटी बनाई गई है हमें उस पर बिल्कुल यकीन नहीं। 

उन्होंने भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल और ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मांग की कि हमें जितनी देर यह पता नहीं दिया जाएगा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 328 स्वरूप कहां हैं और उनके साथ क्या व्यवहार किया गया है, तब तक इनको चैन के साथ नहीं बैठने देंगे। केवल मुलाजिम को सस्पैंड करने पर तसल्ली नहीं हो जाती। शिरोमणि कमेटी मुलाजिम को पूछे कि स्वरूप कहां हैं? उन्होंने कहा कि न तो आज तक बरगाड़ी और बहबल कलां का इंसाफ मिला और न ही गुरु साहिब के लापता हुए स्वरूपों का इंसाफ मिला। प्रधान लौंगोवाल के निजी सचिव ने हमें यकीन दिलाते हुए कुछ समय की मांग की है और कहा है कि हम बहुत जल्द सारे मामले का पता लगा कर आपको बताएंगे।

ज्ञानी गुरबचन सिंह की रिहायश खाली करवाने की भी उठी मांग
भाई गुरसेवक सिंह जवाहर सिंह वाला ने मांग की कि श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह की रिहायश भी खाली करवाई जाए। शिरोमणि कमेटी इसलिए रिहायश खाली नहीं करवाती कि वह बादलों को कहते हैं कि यदि रिहायश खाली करवाई तो सिरसा साध वाले सभी पोल खोल देंगे।

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