सिविल अस्पताल में बड़ी लापरवाही: पहले Positive मरीज को नैगेटिव बता दी छुट्टी, फिर संदिग्ध मरीज...

punjabkesari.in Monday, Apr 06, 2020 - 10:59 AM (IST)

लुधियाना (राज): सिविल अस्पताल लापरवाही में अव्वल बनता जा रहा है। पहले अमरपुरा की कोरोना पॉजीटिव महिला के मामले में लापरवाही, फिर टी.बी. के मरीज के इलाज में लापरवाही और अब कोरोना संबंधी भेजी गई एक मरीज की रिपोर्ट आने से पहले ही उसे आईसोलेशन वार्ड से छुट्टी देकर घर भेजने जैसी बड़ी लापरवाही। 

दोराहा के गांव राजगढ़ से लयाकत अली को जमात अटैंड करने के शक में सिविल अस्पताल लाया गया और उसे आईसोलेशन वार्ड में रख कर उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया, मगर उसकी रिपोर्ट आने से पहले ही ड्यूटी पर मौजूद डा. बलदीप सिंह ने उसकी रिपोर्ट नैगेटिव लिखकर उसे छुट्टी देकर घर भेज दिया जबकि अगले दिन उसकी सैंपल रिपोर्ट पॅाजीटिव आ गई और सिविल अस्पताल के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। सेहत विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ मिलकर उसे और उसके परिवार को रात सिविल अस्पताल ले आए। उसके परिवार के सभी सदस्यों के सैंपल भेजे गए हैं। उधर, एस.एम.ओ. रवि दत्त ने लापरवाही बरतने वाले डाक्टर बलदीप सिंह और स्टाफ नर्स संदीप कौर को एक नोटिस भेजा है, और उनसे इस संबंधी जवाब देने के लिए कहा है। एस.एम.ओ. के मुताबिक नोटिस का जवाब आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। 

वहीं, दूसरे मामले में कोरोना के संदिग्ध एक युवक को शनिवार की रात सिविल अस्पताल लाया गया था। उसे आईसोलेशन वार्ड में रखा गया और उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया। अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई थी कि रविवार को उसकी संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। रविवार को ही हैल्थ विभाग के पिं्रसीपल सैक्रेटरी अनुराग अग्रवाल का लुधियाना में दौरा था। कहीं, मामला उनके ध्यान में न आ जाए इसलिए शव छुपाने के लिए सिविल अस्पताल के डाक्टर्स ने एक्स-रे रूम में रखवा दिया। दोपहर जब एक्स-रे करने वाला स्टाफ ड्यूटी पर आया तो शव पड़ा देखकर घबरा गया। स्टाफ ने रूम में शव पड़े होने के बावजूद कइयों के एक्स-रे किए। इसके बाद शव को मोर्चरी में भेजने की बजाय ट्रोमा वार्ड में पहुंचा दिया गया। शव को देखकर वहां काम कर रहे वर्कर डर के भाग गए। उधर, एस.एम.ओ. ने इस मामले से खुद को अनभिज्ञ बताया और कहा कि अभी उसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। यह लापरवाही कई लोगों पर भारी पड़ सकती है क्योंकि अगर उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई तो एक्स-रे रूम और ट्रोमा वार्ड में काम करने वाले लोग भी वायरस के शिकार हो सकते हैं। 

Vatika