पंजाब में भाजपा की बड़ी मुश्किलें, जानें क्या है कारण

punjabkesari.in Wednesday, Jun 09, 2021 - 10:55 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): अनुशासित काडर वाली मानी जाने वाली भाजपा में भी नेतृत्व पर सवाल उठाती हुई आवाजें सुनाई देने लग पड़ी हैं। हाल ही में पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने किसान आंदोलन का हल नहीं निकाले जाने का नुक्सान आगामी विधानसभा चुनावों में होने की संभावना जताई थी। अब भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल ने भी ऐसी ही आशंका जताते हुए साफ तौर पर कहा है कि पंजाब नेतृत्व किसान आंदोलन के संबंध में केंद्रीय नेतृत्व को सही स्थिति बताने व समझाने में नाकाम रहा है। 

उन्होंने कहा कि आंदोलन ऐसा ही चलता रहा और किसानों की समस्या का हल नहीं किया तो भाजपा को आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में बहुत नुक्सान उठाना पड़ सकता है। ऐसा लग रहा है कि राज्य का भाजपा नेतृत्व राजनीतिक स्थिति के लिहाज से केंद्रीय नेतृत्व को किसानों की समस्या और उसके प्रभाव के बारे में समझाने में नाकाम रहा है जिसका बड़ा खमियाजा भुगतना पड़ेगा। इससे पहले भी मास्टर मोहन लाल द्वारा इस बात पर नाराजगी जताई जा चुकी है कि उनकी पठानकोट सीट पर उन्हें दोबारा चुनाव लडऩे से रोका जा रहा है।

ध्यान रहे कि चंद रोज पहले ही पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने किसान आंदोलन की वजह से भाजपा को होने वाले नुक्सान का अंदेशा जताया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा नेतृत्व को जल्द से जल्द इस समस्या को हल करना चाहिए क्योंकि जो किसान धरनों पर बैठे हैं वे भी हमारे भाई-बंधु ही हैं। उनकी बात सुनकर केंद्र को कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए या फिर कानून रद्द कर देने चाहिएं, क्योंकि जिनके लिए कानून बनाए गए हैं वही इन्हें नहीं चाहते तो इसका कोई मतलब नहीं रह जाता। उधर, मास्टर मोहन लाल की टिप्पणी पर एक टी.वी. चैनल पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि वह वरिष्ठ नेता हैं लेकिन खुद भी पंजाब इकाई के ही सदस्य हैं। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए कि पंजाब नेतृत्व नाकाम रहा है। किसान नेता ही अड़े हुए हैं और इसी वजह से समस्या का हल नहीं हो पाया है जबकि केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

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Content Writer

Vatika