Video:आतंकी पीएच.डी. व खानपुरिया ने अमृतसर में करवाना था ब्लास्ट

punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2019 - 03:33 PM (IST)

अमृतसर(संजीव):खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकी हरमीत सिंह पीएच.डी. व बब्बर खालसा के कुलविन्द्र सिंह खानपुरिया ने पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. के मॉडयूल पर आप्रेशन ब्ल्यू स्टार की बरसी से पहले अमृतसर में एक बड़ा ब्लास्ट करवाने का ब्ल्यू प्रिंट जारी कर दिया था। शहर के धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थल उनके भेजे हुए आतंकियों के निशाने पर थे मगर खुफिया 
एजैंसी की इनपुट पर जिला अमृतसर देहाती की पुलिस ने इसे नाकाम  ही नहीं किया बल्कि फैंके जाने वाले 2 हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए। 
 

ग्रेनेड वाले बैग से पुलिस के हाथ 1 मोबाइल फोन लगा जिसने पाकिस्तान में बैठे कई आतंकी संगठनों के राज खोले हैं। यह खुलासा जिला अमृतसर देहाती के एस.एस.पी. विक्रमजीत दुग्गल ने आज एक पत्रकार सम्मेलन दौरान किया। वहीं एस.एस.पी. देहाती ने बताया कि बरामद किए गए हैंड ग्रेनेड व मोबाइल की स्केनिंग के बाद यह खुलासा हुआ कि इस मॉड्यूल का पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. के साथ सीधा-सीधा संबंध था, जिसको पाकिस्तान में बैठे हरमीत सिंह पीएच.डी. ने अपने साथ जोड़े युवकों से पूरा करवाना था। उसी ने दोनों हैंड ग्रेनेड भेज थे। कुलविन्द्र सिंह खानपुरिया भी इस आप्रेशन के साथ जुड़ा हुआ था। 
 

फ्लैश बैक: इनपुट के आधार पर देहाती पुलिस द्वारा राजासांसी क्षेत्र में नाकाबंदी की गई थी। इस दौरान 2 संदिग्ध युवक जैसे ही आते दिखाई दिए पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया। लेकिन दोनों बाइक सवार युवक नाका तोड़ मौके से भाग निकले और वहां खड़े पुलिस मुलाजिम ने जैसे ही उन्हें पकडऩे का प्रयास किया तो उनके हाथ में पकड़ा बैग कर्मचारी के हाथ में आ गया और उसकी तनी टूट गई और वह सड़क पर गिर गया। इतने में दोनों युवक तो मौके से फरार हो गए मगर जैसे ही बैग की तलाशी ली गई तो उसमें से 2 हैंड ग्रेनेड व 1 मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिन्हें अमृतसर में होने वाले एक बड़े ब्लास्ट में इस्तेमाल किया जाना था।

खालिस्तान के एजैंडे पर होना था ब्लास्ट 
एस.एस.पी. देहाती विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि घल्लूघारा दिवस से पूर्व करवाया जाने वाला ब्लास्ट खालिस्तान के एजैंडे पर होना था। पाकिस्तान में बैठा हरमीत सिंह पीएच.डी. पंजाब के लोकल स्मगलरों के साथ-साथ उन युवकों को भी अपने साथ जोड़ रहा है जो सोशल मीडिया पर चलाई जा रही धार्मिक मूवमैंट के साथ खुद को जोड़ रहे हैं। विदेशों में बैठे आतंकवादी उन युवाओं की तलाश में रहते हैं जो उनके लिए धर्म के नाम पर खुद को मुसीबत में डालने से गुरेज नहीं करते। आतंकी संगठन ऐसे युवकों को एक तरह से स्लीपर सैल की तरह रखते हैं, जैसे ही उन्हें किसी मिशन के लिए जरूरत पड़ती है तो वे उन्हें एक्टिव कर देते हैं। यह भी पता चला है कि अब आतंकी संगठन पंजाब में हथियारों की खेप के साथ-साथ नशीले पदार्थ भी भेज रहे हैं और उस ड्रग मनी से अलग-अलग स्थानों पर बैठे उनके स्लीपर सैलों को फीड किया जाता है। 

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