Diagnosis Center को लेकर बड़ा खुलासा, मरीजों की रिपोर्ट को लेकर हैरानीजनक बात आई सामने
punjabkesari.in Thursday, Jul 31, 2025 - 07:05 PM (IST)

बठिंडा : मरीजों के सहूलत के लिए खोले गए डायग्नोसिस सेंटर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सिविल अस्पताल के पीछे सरकारी जमीन पर खुले एक डायग्नोसिस सेंटर में गरीब मरीजों के सीटी और एमआरआई स्कैन के लिए ज़्यादा पैसे वसूले जाते थे। इसके अलावा, बिना डॉक्टर के ही गलत रिपोर्ट बना दी जाती थी। इस मामले में उपायुक्त ने जांच के बाद आगे की कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है। उक्त खुलासा करते हुए डॉ. गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि उन्होंने अप्रैल 2025 में उपायुक्त बठिंडा को एक शिकायत भेजी थी और बताया था कि सिविल अस्पताल के पीछे सरकारी जमीन पर बने उक्त डायग्नोसिस सेंटर में सीटी और एमआरआई स्कैन के लिए सरकारी रेट से ज़्यादा पैसे वसूले जाते हैं और ज्यादातर सीटी और एमआरआई स्कैन की रिपोर्ट किसी रेडियोलॉजिस्ट द्वारा तैयार नहीं की जाती, बल्कि दूर बैठे रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर द्वारा तैयार करके लोगों को दी जाती हैं, जो अक्सर गलत पाई जाती हैं।
कैंसर की जांच कराने पर एक महिला को हर्निया की बीमारी बताई गई, जिसके कारण कुछ समय बाद महिला की कैंसर से मौत हो गई। एडीसी पूनम सिंह को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए थे। एडीसी पूनम सिंह ने अपनी जांच में कहा कि डॉक्टर पंजाब मेडिकल काउंसिल से पंजीकृत होना चाहिए और रिपोर्ट सिविल सर्जन-कम-जिला सक्षम अधिकारी द्वारा ही तैयार की जानी चाहिए, लेकिन उक्त केंद्र में 80 प्रतिशत से अधिक रिपोर्ट अवैध डॉक्टरों द्वारा गलत तरीके से तैयार की गई हैं।
डायग्नोसिस सेंटर के अधिकारी ने जांच में भाग लिया और एडीसी को बताया कि हमारे पास एक रेडियोलॉजिस्ट है, हालांकि वह इस तथ्य को साबित करने के लिए एडीसी के समक्ष कोई सीसीटीवी फुटेज पेश नहीं कर सके। एडीसी की रिपोर्ट में अधिक शुल्क लेने के आरोप भी सही पाए गए। इस अवसर पर उनके साथ आईएमए पंजाब के अध्यक्ष डॉ. विकास छाबड़ा और आरटीवी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो वह पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट जाएंगे।
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