कांग्रेस को बाहर से अकालियों ने और अंदर से गुटबाजी ने घेरा : मजीठिया

punjabkesari.in Wednesday, May 01, 2019 - 09:24 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल ने कहा कि नामांकन मुकम्मल होने के बाद कांग्रेस की पतली हालत साफ दिखाई देने लगी है। एक तरफ तो कांग्रेस को चुनावों मे पूरी तरह आक्रामक व सशक्त हो चुके अकाली-भाजपा गठबंधन का सामना करना पड़ रहा है।  वहीं दूसरी तरफ पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी ने इसे बेहाल कर दिया है। यहां प्रैस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रमुख सुनील जाखड़ का मिशन-13 पूरी तरह उलट दिशा में घूम गया है, क्योंकि पंजाब में कांग्रेस विरोधी लहर लगातार तेज होती जा रही है। 

उन्होंने कहा कि चुनाव मैदान में सन्नी दिओल के आने के बाद जाखड़ के हाथ-पांव फूल गए हैं। वह मिशन-13 को पूरी तरह भूलाकर गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र में अपनी इज्जत बचाने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि अब जाखड़ चुनाव प्रचार के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर नहीं निकल पाएंगे तथा बतौर कांग्रेस अध्यक्ष इन चुनावों में उनकी गतिविधियां ठप्प होकर रह जाएंगी।

 मजीठिया ने कहा कि 2014 में फिरोजपुर निर्वाचन क्षेत्र से हार जाने तथा 2 साल बाद ही अबोहर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से हार जाने के बाद जाखड़ का राजनीतिक भविष्य बेहद अंधकारमय हो चुका है। इस बार गुरदासपुर से हारने के बाद उसे कही जाने की जगह नहीं मिलेगी।

अकाली नेता ने कहा कि इनमें सबसे ऊपर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष शमशेर सिंह दूलो है जिसने अपने परिवार या भाईचारे को टिकट न दिए जाने के रोष के तौर पर फतेहगढ़ साहिब से पहले अपनी पत्नी तथा फिर अपने लड़के को ‘आप’ का उम्मीदवार बना दिया है। मजीठिया ने यह भी बताया कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा अपने मंत्रियों को दी यह धमकी कि अपने निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेसी उम्मीदवार के हारने पर उनसे पद छीन लिए जाएंगे भी कांग्रेस का नुक्सान करेगी। अकाली नेता ने कहा कि यह फैसला पार्टी की अंदरूनी घबराहट का सबूत है, क्योंकि लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस हार का सामना कर रही है। 

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