विधायक जलालपुर पर जागीर कौर के  कत्ल का मुकद्दमा दर्ज हो : मजीठिया

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 11:08 AM (IST)

पटियाला/घनौर(जोसन, बलजिन्द्र, परमीत, राणा, अली): पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अकाली दल के जनरल सचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि कैप्टन के नेतृत्व वाला कांग्रेस राज इस वक्त अब्दाली के राज से भी बुरा साबित हो रहा है। यदि तुरंत पटियाला पुलिस ने तख्तूमाजरा में अकाली वर्करों पर हुआ नाजायज पर्चा रद्द करके असली दोषियों के खिलाफ केस दर्ज न किया तो अकाली दल 11 दिसम्बर के बाद एस.एस.पी. दफ्तर पटियाला का घेराव करेगा और असली दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने तक जंग जारी रखेगा। सरदार मजीठिया सोमवार को हलका घनौर के गांव तख्तूमाजरा में हुई लड़ाई में अकाली परिवारों के खिलाफ दर्ज किए केस के विरोध में प्रैस-कॉन्फ्रैंस कर रहे थे।

इस मौके उनके साथ पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा और दलजीत सिंह चीमा भी मौजूद थे। मजीठिया ने कहा कि गांव की बीबी जागीर कौर की मौत का दोषी विधायक जलालपुर है, जो कि इस सभी केस की जड़ है। इस पर कत्ल का मुकद्दमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने काम ही कांग्रेसी विधायकों के इशारे पर करना है तो सभी थानों में विधायकों और कांग्रेसी नेताओं को ही एस.एच.ओ. लगा दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अकाली सरकार बनते ही धक्का करने वाले अफसरों का हिसाब जहां किया जाएगा, वहीं धक्का करवाने वाले कांग्रेसी को तो अंदर फैंका जाएगा। मजीठिया ने मांग की कि इस केस से जुड़े थानेदार सहित सभी पुलिस अफसरों को तुरंत बर्खास्त किया जाए।

मजीठिया ने वास्तव में इस वक्त कांग्रेस के विधायक अमरेन्द्र के नियंत्रण से बाहर हुए पड़े हैं, जिस कारण ऐसी धक्केशाहियां हो रही हैं। उन्होंने कहा कि गांव के गुरुद्वारा साहिब में लड़ाई होती है और यह फिर थाने पहुंच जाती है। गांव का सरपंच हरसंगत सिंह पहले गुरुद्वारा और फिर थाने में अपने लोगों के साथ अमृतधारी गुरसिखों की मारपीट करते हैं और फिर पगड़ी उतार देते हैं परन्तु फिर भी पुलिस कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने कहा कि यदि थाने में ही असली दोषियों खिलाफ कार्रवाई हो जाती तो यह कांड घटता ही नहीं था। 42 लोगों खिलाफ केस दर्ज करने का मतलब है कि पूरेगांव के अकालियों खिलाफ केस दर्ज करना और उन लोगों खिलाफ भी केस दर्ज कर दिया जो यहां थे ही नहीं। 

बीबी जागीर कौर की मौत भी इस केस के साथ सीधे तौर पर संबंधित है क्योंकि पूरे परिवार पर तो केस दर्ज हुआ है और बीबी जी की मौत भी इलाज न होने के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि बीबी जागीर कौर की मौत का कातिल भी मदन लाल जलालपुर है। उन्होंने कहा कि अकाली दल आई.जी. और एस.एस.पी. से मांग करता है कि वे इस केस में सीधी दखलअंदाजी करें और इंसाफ दिलवाएं नहीं तो अकाली दल भी तीखे संघर्ष के लिए तैयार है।इस मौके पर विधायक हरिन्द्रपाल सिंह चन्दूमाजरा, बीबी हरप्रीत कौर मुखमेलपुर, पूर्व चेयरमैन सुरजीत सिंह अबलोवाल, सतबीर सिंह खटड़ा हलका पटियाला देहाती इंचार्ज, राजू खन्ना हलका इंचार्ज अमलोह, सुरजीत सिंह गढ़ी एस.जी.पी.सी. मैंबर, हरपाल जुनेजा, विक्की रिवाज सीनियर अकाली नेता, पूर्व चेयरमैन हरविन्दर सिंह हरपालपुर, जसमेर सिंह लाछडू एस.जी.पी.सी. मैंबर आदि अकाली नेता उपस्थित थे।

मजीठिया विरुद्ध प्रदर्शनकारी लाए गए थे किराए पर!
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया जब  गांव तख्तूमाजरा पहुंचे तो वहां 2 दर्जन के करीब काली झंडियां लेकर प्रदर्शन करने वाले खड़े थे, जिसमें बहु गिनती में महिलाएं थीं। दिलचस्प बात यह है कि जब मीडिया ने इन प्रदर्शनकारी महिलाओं से सवाल किया कि किस का विरोध किया जा रहा है और क्यों किया जा रहा है तो इनमें से अधिकतर महिलाएं कुछ बता ही नहीं सकीं। एक महिला यह कहती नजर आई कि इन बेचारियों को पता ही नहीं है आप इन्हें न पूंछें। इन महिलाओं द्वारा जवाब न दे सकने का वीडियो शाम तक वायरल हो गया व यह खबर फैल गई कि प्रदर्शन के लिए इन प्रदर्शनकारियों को किराए पर लाया गया था। गांव में जब प्रैस-कॉन्फ्रैंस होने लगी तो डा. दलजीत सिंह चीमा ने इस पर ऐतराज किया कि हम अफसोस करने आए थे पर यह तो अफसोस करने का भी विरोध करने लगे।

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