बिक्रम मजीठिया गिरफ्तारी मामलाः SAD ने किया चुनाव कमीशन का रुख

punjabkesari.in Friday, Jan 28, 2022 - 10:53 AM (IST)

चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल ने इसके हलका अमृतसर पूर्वी और हलका मजीठा तों उम्मीदवार बिक्रम सिंह मजीठिया की रिहायश पर पंजाब पुलिस की तरफ से गैर-कानूनी छापे और गैर-कानूनी तलाशी की शिकायत चुनाव कमीशन को की है। आज इस बाबत शिकायत पार्टी के प्रवक्ता और सीनियर उपप्रधान डा. दलजीत सिंह चीमा ने चीफ इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया के नाम पर प्रांतीय चुनाव अफसर डा. यह करुणा राजू को सौंपी। शिकायत में डा. चीमा ने बताया कि 24 जनवरी 2022 को डायरेक्टर बी.ओ.आई.बी. चंद्रशेखर के आदेशों पर पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ और अमृतसर में बिक्रम सिंह मजीठिया की रिहायश पर कई बार गै-कानूनी छापेमारी की और उनके पारिवारिक सदस्यों और कोरोना पीड़ित उनकी पत्नी और 8 साला बेटे को भी तंग-परेशान किया। इस छापेमारी की वीडियो भी शिकायत के साथ नत्थी की गई है।

डा. चीमा ने कहा कि पंजाब पुलिस की यह कार्यवाही माननीय पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से 10 जनवरी 2022 को बिक्रम सिंह मजीठिया को दी अंतरिम राहत और 24.1.22 के आदेशों पर जब जमानत अर्जी का निपटारा किया गया और दिए अदालती आदेशों की घोर उल्लंघना है। 24 जनवरी को अदालत ने मजीठिया को सुप्रीम कोर्ट पहुंच करने के लिए समय देकर गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। अदालत की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर करने के लिए समय देकर गिरफ्तारी पर रोक जारी रखने का आदेश पंजाब की तरफ से पेश हुए सीनियर वकील पी. चिदांबरम, पंजाब के एडवोकेट जनरल डी.एस. पटवालिया और सीनियर डी.ए.जी. गौरव गर्ग धूरीवाला की हाजिरी में जारी किया गया था। यह बात अखबारों में प्रमुख तौर पर छापी भी गई थी परन्तु इसके बावजूद पंजाब पुलिस ने अदालत के अंतिम आदेशों का इंतजार किए बगैर और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और गृह मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा, जो अपने चहेते अफसर बी. चंद्रशेखर के द्वारा  गैर-कानूनी तरीकों से काम कर रहे हैं, के राजनीतिक दबाव नीचे गैर-कानूनी छापेमारी की। शिकायत में बताया गया कि बी.चन्द्रशेखर को मौजूदा तैनाती चुनाव संहिता लागू होने से बिल्कुल पहले दी गई थी।

शिकायत में बताया गया कि पंजाब पुलिस ने सत्ताधारी पार्टी की राजनीतिक बदलाखोरी की नीति मुताबिक बिक्रम सिंह मजीठिया के घर पर छापा मारा, जिसका अकेला मकसद उनको पंजाब विधानसभा 2022 के लिए अपनी नामांकन पत्र दाखिल करने से रोकना था। डा. चीमा ने चुनाव कमीशन को बताया कि मजीठिया इस बार अपने हलके मजीठा के अलावा अमृतसर पूर्वी हलके से पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के खिलाफ भी चुनाव लड़ रहे हैं। पंजाब पुलिस की तरफ से की गई कार्यवाही चुनाव संहिता की घोर उल्लंघना और पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों की मानहानि है। अकाली दल ने चुनाव कमीशन को विनती की कि पंजाब पुलिस, बी.ओ.आई. की तरफ से अपने राजनीतिक आकाओं के नेतृत्व नीचे एक व्यक्ति के मौलिक अधिकारों पर डाका मारने की गंभीर लापरवाही को देखते इस मामले में सख्त कार्यवाही की जाए। यह राज्यों में चल रही मतदान आजाद और निष्पक्ष करवाने के लिए भी गंभीर खतरा हैं। पार्टी ने दोषी आधिकारियों खिलाफ भी कार्यवाही की मांग की है। 

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News Editor

Urmila

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