मजीठिया परिवार शुरू से ही पंथ दोखी रहा : शिअद टकसाली

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2019 - 07:57 AM (IST)

मोहाली(नियामियां): कुर्सी के सपने देख रहे बादल दल के महासचिव बिक्रम मजीठिया का परिवार शुरू से ही पंथ दोखी रहा है। बेअदबी मामले में मजीठिया लोगों को गुमराह न करें। ये विचार शिरोमणि अकाली दल टकसाली के नेताओं सेवा सिंह सेखवां, हरसुखइंद्र सिंह बब्बी बादल और करनैल सिंह पीर मोहम्मद की ओर से बिक्रम मजीठिया के रक्खड़ पुन्नेआ मेले व बेअदबी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करवाने के दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते कहे।

उन्होंने कहा कि मजीठिया इस बात को स्पष्ट करे कि जो उसके परदादे सुंदर सिंह मजीठिया ने जलियांवाला बाग का कांड करके हजारों देश भक्तों को शहीद करने वाले जरनल डायर को रात्रि भोजन अपने घर में करवाया व उनकी पीठ-थपाई थी। यहां तक कि महारानी जिंदा व महाराजा दलीप सिंह को अंग्रेज के हवाले करने वाला भी मजीठिया परिवार था और अंग्रेजों ने मजीठिया परिवार को 3,500 किल्ले जमीन किस वफादारी के लिए दी थी और आज वही मजीठिया बेअदबी मामले में बादल दल के नेताओं को कालीनचिट देकर लोगों को गुमराह कर रहा है। 

उन्होंने कहा कि मजीठिया संगत को यह बात बताए कि डेरा सिरसा की वोटें लेने के लिए उन्होंने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबियों में मुख्य दोषी सौदा साध के चेलों की गिरफ्तारी रोकी थी या नहीं। मजीठिया बताएं कि पंथक कदर कीमतों को दूर करके तख्त के जत्थेदारों को मुख्यमंत्री के घर बुलाकर डेरा सौदा साध को धक्के से माफी नामा अकाल तख्त से क्यों जारी करवाया गया और बादल सरकार दो साल के लम्बे समय में गुनाहगार तक क्यों नहीं पहुंच सकी और उनके ही बनाए गए जोरा सिंह कमीशन और सिट द्वारा की गई इनक्वारियां, जिनमें उस समय की बादल सरकार को बेअदबी के लिए दोषी पाया गया। उन्होंने रिपोर्टों को लागू करने की जगह कचरे के डिब्बों में फैंक दिया और आज भी रणजीत सिंह कमीशन और मौजूदा सिट की इन्क्वारियों का बायकाट क्यों किया गया। 

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