गरीबों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए तत्काल कदम उठाए सरकार: मजीठिया

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 07:06 PM (IST)

अमृतसरः पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज मजीठा निर्वाचन क्षेत्र के कई स्थानों पर गरीबों और वंचितों को आवश्यक खाद्य सामग्री वितरित की और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से अपील की कि वह गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए तत्काल कदम उठाएं। मजीठिया ने आज नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के अलावा ग्राम प्रतिनिधियों और वार्ड सदस्यों की मदद लेते हुए जरूरतमंदों को भोजन किट वितरित कीं और राज्य सरकार से अपील की कि वे गांव और वार्ड स्तर पर समितियों का गठन करें ताकि जरूरतमंदों को भोजन का समुचित वितरण सुनिश्चित किया जा सके। 

उन्होंने कहा,‘‘ मैं आज नागरिक और पुलिस प्रशासन को सूचित करने के बाद बाहर आया हूं कि रोरी गांव की एक छोटी लड़की का वीडियो देखने के बाद मुझे उन लोगों के लिए क्या करना चाहिए, जिन्होंने खुलासा किया कि उन्हें भूखा सोना पड़ता था क्योंकि वहां कोई भोजन उपलब्ध नहीं था। इस बच्चे की दुर्दशा देखकर आराम से घर बैठना एक अन्याय होता।'' अकाली नेता ने कहा कि राज्य में लगाए गए पूर्ण कर्फ्यू से ग्रामीण श्रमिक और शहरी दैनिक ग्रामीण सहित गरीब सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग पिछले तीन-चार दिनों से पीड़ित थे और अब भोजन की इच्छा के लिए पूरी तरह निराशा में थे। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार को इस उद्देश्य के लिए हेल्प लाइन स्थापित करने के अलावा प्रत्येक गांव की निगरानी करने के लिए एक अधिकारी की प्रतिनियुक्ति करके प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति के घर के दरवाजे पर भोजन उपलब्ध कराना चाहिए, तभी ये लोग घर बैठें।'' 

मजीठिया ने कहा कि सरकार को सामाजिक कल्याण और धार्मिक संगठनों की भी मदद लेनी चाहिए जो सरकार की सहायता करना चाहते हैं लेकिन पूर्ण रूप से तालाबंदी के कारण बाधित हैं। उन्होंने कहा कि इन संगठनों को जरूरतमंदों को भोजन वितरित करने के लिए कर्फ्यू पास जारी किए जाने चाहिए। मजीठिया ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस बल किसी को भी घर के अंदर रहने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपनी पत्नी या बड़ों के सामने किसी को अपमानित करने पर कलंक लग जाता है जिसके परिणाम समाज के लिए बहुत बुरे होंगे। उन्होंने कहा कि कानून का पालन नहीं करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन किसी भी परिस्थिति में उनकी पिटाई नहीं की जानी चाहिए।

Mohit