बिल्ला हत्याकांडः2010 में हुई गैंगवार दौरान मारे गए राजू चिकना से जुड़े तार

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 10:18 AM (IST)

अमृतसर (संजीव): कोट खालसा में 3 अज्ञात बाइक सवार युवकों द्वारा बलविंद्र कुमार ऊर्फ बिल्ला कोट खालसा की गोलियां मार कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने इस हत्या के मामले में राजबीर सिंह ढोला व उसके साथी अंग्रेज सिंह व 1 अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध केस दर्ज किया है।

वारदात गत रात्रि 9.30 बजे के करीब हुई जब 3 युवक बिल्ला के घर पर आए और दरवाजा खोलते ही एक ने उस पर सीधी गोलियां दाग दी। खून से लथपथ बिल्ला वहीं गिर गया और हमलावर मौके से भाग निकले। घटना की जानकारी मिलते ही डी.सी.पी. जगमोहन सिंह व ए.डी.सी.पी. जगजीत सिंह वालिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। 

कैसे दिया घटना को अंजाम
जानकारी के अनुसार गत रात्रि 3 युवक मोटरसाइकिल पर आए और बिल्ला के घर  के साथ सटे उसके मामा के घर का दरवाजा खटखटाया। इस दौरान उसका ममेरा भाई कपिल कुमार बाहर आया।  उसने उन्हें कहा कि साथ वाले घर से पूछ लो।  तब वह बिल्ला के घर गए और कुछ इस तरह से आवाज लगाई जैसे उसके पुराने साथी हो।

बिल्ला ने जैसे ही दरवाजा खोला   उसी दौरान सामने खड़े युवक ने सीधे बिल्ला के  पेट में गोली दागी और उसके बाद दूसरी गोली उसकी टांग पर और फिर 2-3 गोलियां और चलाई और मौके से भाग निकले। जिसके बाद गंभीर हालत में बिल्ला को स्थानीय एक निजी अस्पताल में लाया गया जहां मध्यरात्रि उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

कहां और कैसे शुरू हुआ मामला

हत्या के पीछे 2010 में जिला कचहरी के बाहर हुई गैंगवार में मारे गए राजू चिकना के भाई को शंका के दायरे में लिया जा रहा है। बेशक 4 दिन पहले इस मामले में हमलावरों व बिल्ला के बीच हुए विवाद में सहमति बन गई थी।  मगर इसके बावजूद गत रात्रि 9.30 बजे के करीब बिल्ला को उसके घर पर गोलियों से भून दिया गया।

जनवरी 2010 में जिला कचहरी के बाहर अंकुर लिखारी ने अपने साथी संजीव नैय्यर ऊर्फ बब्बा के साथ मिलकर सड़क के बीचों बीच राजू चिकना को गोलियों से भून दिया था जिसके बाद पुलिस ने दोनों अंकुर लिखारी व संजीव नैय्यर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस हत्या के मामले में बलविन्द्र कुमार बिल्ला मुख्य गवाह था। उसकी गवाही पर राजू चिकना हत्या कांड टिका हुआ था। 

इस मामले में लिखारी व संजीव बब्बा को अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी। जिसमें संजीव बब्बा की उस समय गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी जब वह पैरोल पर बाहर आया हुआ था और एक शादी समारोह से एक गाड़ी में बैठ कर घर जाने लगा कि रास्ते में ही उस पर जग्गू भगवानपुरिया ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। कुछ दिन पहले बलविंद्र बिल्ला पर राजू चिकना के भाई की मदद करने के दबाव बनाया जा रहा था।

पुलिस का यह मानना है कि  बिल्ला ने जब पैसों से मदद करने से इंकार किया तो उसकी हत्या कर दी गई। देर रात बिल्ला पर गोलियां चलाने वालों में अंग्रेज सिंह के शामिल होने की शंका जताई जा रही है। जिस पर थाना कोट खालसा की पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है। अंग्रेज सिंह करण मस्ती गैंग से संबंधित था और हाल ही में गुरु बाजार में हुई सोने की करोड़ों रुपए की डकैती में भी पुलिस को वांटेड चल रहा है। 

अकेला बिल्ला ही था घर को संभालने वाला

बलविंद्र बिल्ला ही अपने पूरे घर को संभाल रहा था जिसमें अपने बूढ़े माता-पिता, पत्नी व छोटी 2 बेटियों के अतिरिक्त बड़ा भाई और उसका परिवार शामिल था। बिल्ले की मौत के बाद आज उसके परिवार एवं साथियों ने पंजाब सरकार से मांग की है कि उसकी पत्नी को नौकरी व माली सहायता दी जाए। बिल्ले की 2 छोटी बेटियां नृतिका व रवनीत कौर को तो यह मालूम ही नहीं है कि उनके सिर से पिता का साया उठ चुका है। हर ख्वाहिश पूरी करने वाला उनका पिता अब इस दुनिया में नहीं रहा। 

आर-पार हुई दोनों गोलियां 

बलविंद्र बिल्ला को लगने वाली दोनों गोलियां उसके शरीर के आर-पार हो गई थी। जिसका खुलासा पोस्टमार्टम के दौरान हुआ। हमलावर ने इतनी नजदीक से गोलियां चलाई थीं कि वह शरीर के बाहर निकल गई। 

विधायक डा. राज कुमार ने नौकरी व माली सहायता देने की घोषणा की 
बलविंद्र बिल्ला के परिवारों वालों को मिलने के लिए पहुंचे कांग्रेसी विधायक डा. राज कुमार ने एक सरकारी नौकरी व 5 लाख रुपए की माली सहायता करने की घोषणा की है। उन्होंने पुलिस को भी निर्देश जारी किए हैं कि जल्द ही हत्या के शामिल आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।

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