खुद तो डूबे थे, सनम को भी डुबो आए

punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2020 - 10:02 AM (IST)

जालंधर(विशेष): दिल्ली में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हुई दुर्गति के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। चाय की चुस्कियों के साथ-साथ जो एक बड़ी चर्चा चल रही है, वह है आम आदमी पार्टी की पंजाब में दस्तक की संभावना जिसे लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं लेकिन इस मसले पर बात फिर कभी करेंगे। 

दरअसल पंजाब में आम आदमी पार्टी को लेकर चर्चा के साथ-साथ भाजपा के कुछ उन नेताओं की भी चर्चा हो रही है जो दूसरे राज्यों में भाजपा के लोगों को जीत दिलवाने तो जाते हैं लेकिन उलटा वहां के नेताओं के लिए मुसीबत बन जाते हैं। पंजाब के आस-पास के राज्यों में जब भी कोई चुनाव हो पंजाब के कुछ नेता अपनी मंडली लेकर पहुंच जाते हैं। बेशक ये नेता पंजाब में किसी काम के न हों लेकिन दूसरे चुनावी राज्य में जाकर खुद को ये इस तरह से प्रस्तुत करते हैं कि ये पार्टी की सरकार बना कर ही जाएंगे। 

2015 में दिल्ली के चुनाव हों या 2020 के चुनाव, हरियाणा के चुनाव हों या हिमाचल या जम्मू-कश्मीर के चुनाव, हर जगह ये कुछ सो काल्ड नेता अपनी तशरीफ जमा लेते हैं और स्थानीय नेताओं पर खूब इम्प्रैशन जमाने की कोशिश करते हैं। हाल के दिल्ली चुनावों में भी इस प्रकार के नेताओं ने अपने आप को खूब साबित करने की कोशिश की लेकिन खुद डूबे हुए ये नेता वहां के नेताओं को भी डुबो आए। वैसे भी पंजाब से दिल्ली गए अधिकतर नेता वे थे जो खुद चुनावों में कोई कुछ खास नहीं कर पाए थे या यूं कहें कि ये खुद अपने-अपने सनम को डुबो कर आए हैं। ऐसे नेताओं की पंजाब में इन दिनों खूब चर्चा हो रही है।

सनद रहे कि 2015 के दिल्ली चुनावों में भी पंजाब के कई नेताओं ने कई दिनों तक डेरा डाल रखा था लेकिन तब भी भाजपा को बड़ा नुक्सान हुआ था। अब कुछ वैसी ही हालत इस बार के चुनावों में भी देखने को मिली है। दिलचस्प बात है कि पंजाब के कई ऐसे नेता भी थे जो सोशल मीडिया पर भाजपा को खूब प्रचारित कर रहे थे लेकिन इनकी कोशिशें सिरे नहीं चढ़ी। 

Edited By

Sunita sarangal