संस्कृत भाषा खत्म करने को लेकर भाजपा नेता ने चन्नी सरकार को घेरा

punjabkesari.in Monday, Nov 29, 2021 - 10:31 PM (IST)

चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी पंजाब के नेता डा. सुभाष शर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर एक पत्र के माध्यम से तंज कसते हुए पूछा है कि एक तरफ आप संस्कृत भाषा को सीखने की, उसे समझने की और महाभारत पर पी.एच.डी. करने की रुचि रखते हैं, तो आपकी ही पंजाब सरकार संस्कृत भाषा को पंजाब से खत्म करने की साज़िश क्यों रच रही है? 

उन्होंने हमला करते हुए बताया कि आज पंजाब के कालेजों में संस्कृत के केवल 17 पद है और उसमें से भी 13 पद ख़ाली हैं। शर्मा ने देव भाषा संस्कृत के बारे में बताते हुए कहा कि यह भारत की प्राचीन भाषा है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य कि बात है कि संस्कृत का विकास पंजाब की धरती पर ही हुआ। इसकी व्याकरण लिखने वाले महर्षि पाणिनि जी का जन्म पंजाब में हुआ। वेदों की रचना भी यहीं हुई। भगवान वाल्मीकि जी द्वारा रामायण तथा वेदव्यास जी द्वारा महाभारत की रचना सहित बहुत सा संस्कृत साहित्य पंजाब की धरती पर ही हुआ है। 

शर्मा ने चन्नी पर हमला करते हुए बोला कि आपकी सरकार द्वारा सहायक प्रोफेसर के लिए जो विज्ञापन निकाला गया उसमें एक भी पद संस्कृत विभाग के लिए ना होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया की 1975 तक हर स्कूल में 3 संस्कृत के अध्यापक होते थे, जो आज नामात्र रह गए हैं। भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री चन्नी को पत्र के माध्यम से सुझाव दिया है कि अगर वह सच में संस्कृत भाषा के हितैषी हैं तो पंजाब में इसके विकास और विस्तार की नई शुरुआत करें। स्कूलों और कालेजों में संस्कृत अध्यापकों की भर्ती तुरंत शुरू की जाए।

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Content Writer

Subhash Kapoor

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