दिल्ली में भाजपा ने एक भी सीट न देकर बादल दल को औकात दिखाई : रंधावा

punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2020 - 08:56 AM (IST)

चंडीगढ़(भुल्लर): दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा अकाली दल को एक भी सीट न देने की किरकिरी के डर से चुनाव न लड़ने के अकाली दल के फैसले पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा व कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि बादल और मजीठिया परिवार ने अकाली दल को ‘खाली दल’ बना दिया है।  रंधावा की अगुवाई में सांसद मोहम्मद सद्दीक, विधायक दर्शन सिंह बराड़, परगट सिंह, नत्थू राम, कुलबीर सिंह जीरा, प्रीतम सिंह कोटभाई, बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा, फतेहजंग सिंह बाजवा, बलविंदर सिंह लाडी और अवतार सिंह हैनरी जूनियर ने अकाली दल को घेरते हुए कहा कि पंजाब में करारी हार के बाद अकाली दल को भाजपा ने पहले हरियाणा और अब दिल्ली में कोई सीट न देकर उसकी औकात दिखा दी है।

‘नाखून-मांस’ का राग अलापने वाले बड़े बादल अब मौजूदा स्थिति पर अपनी चुप्पी तोड़ें

उन्होंने कहा कि अब अकाली दल द्वारा बादल परिवार की बहू हरसिमरत कौर का केंद्रीय मंत्री पद बचाने के लिए दिल्ली चुनाव न लड़ने के फैसले के साथ अकाली दल पार्टी और इसके वर्करों को भाजपा के पास गिरवी रख दिया है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि सारी उम्र अकाली दल और भाजपा के ‘नाखून-मांस’ का राग अलापने वाले बड़े बादल अब मौजूदा स्थिति पर अपनी चुप्पी तोड़ें। मजीठिया परिवार के अकाली दल पर कब्जे को लेकर पहले ही बड़े बादल ढींडसा, ब्रह्मपुरा, अजनाला, सेखवां, जी.के. जैसे बड़े कद्दावर नेताओं का साथ खो चुके हैं और अब भाजपा ने भी अकाली दल को उसकी ‘औकात’ दिखा दी है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि सीट न मिलने के बाद अब अकाली दल सी.ए.ए. की आड़ में चुनाव न लडऩे का नाटक करके चीची उंगली को खून लगाकर शहीद नहीं बन सकता।

बादल-मजीठिया प्रा.लि. कंपनी बनकर रह जाएगा अकाली दल
उन्होंने कहा कि संसद में सी.ए.ए. के समर्थन में वोट डालने तथा फिर पंजाब विधानसभा में सी.ए.ए. के खिलाफ कांग्रेस सरकार की तरफ से लाए गए प्रस्ताव के खिलाफ जाने पर अकाली दल को दुनिया भर के सिखों ने कोसा है। अब अकाली दल अपनी साख बचाने के लिए झूठा ड्रामा कर रहा है। अब लोग इनकी बातों में नहीं आने वाले। कांग्रेसी नेताओं ने सुखबीर बादल के अकाली दल को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के दावों पर चुटकी लेते हुए कहा कि अकाली दल का जो हश्र पंजाब, हरियाणा तथा अब दिल्ली में हुआ है उससे लगता है कि इस पार्टी का कोई भविष्य नहीं व अकाली दल सिर्फ बादल-मजीठिया प्रा.लि. कंपनी बनकर रह जाएगा क्योंकि सभी टकसाली नेता एक-एक करके अकाली दल से बाहर हो गए हैं।


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